जनसेवा एवं जन औषधि केंद्र की सेवाओं का किसानों को मिलेगा लाभ: श्रद्धा अनंग

17 कृषि सोसायटी में खोले जाएंगे जन सेवा केंद्र और जन औषधि केंद्र

गाजियाबाद। जिले के किसानों को जनसेवा केंद्र के साथ जल्द ही जन औषधि केंद्र की सेवाओं का लाभ मिल सकेगा। गांवों की कृषि सोसायटी के आधुनिकीकरण के प्रयास के तहत बदलते दौर में अब कृषि से इतर सेवाओं के साथ भी जोड़ा जा रहा है। किसानों को अब कृषि सोसायटियों में यूरिया के अलावा कृषि संबंधी उत्पादों के अलावा जनसेवा और जन औषधि केंद्र से संबंधित सेवाएं भी प्राप्त की जा सकेंगी। किसान सहकारी समिति में आने वाले किसान इन सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। सहकारिता विभाग की सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता श्रद्धा अनंग ने बताया कि किसानों को जनसेवा केंद्र का लाभ मिल रहा है। जल्द ही जन औषधि केंद्र की सेवाओं का भी किसानों को लाभ मिल सकेगा। कृषि सोसायटी को समय के साथ बदलने के लिए सहकारिता विभाग नई-नई योजनाओं पर काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि जनसेवा और जन औषधि केंद्र के साथ ही सोसायटी को अन्य सेवाओं से भी जोड़ने की प्लानिंग की जा रही हैं। ताकि किसानों को इसका लाभ मिल सकें।

बढ़ते शहरी क्षेत्र और विकासकारी योजनाओं के चलते भूमि अधिग्रहण से जिले में खेती योग्य भूमि सिकुड़ती जा रही है। चुनाव से पहले हर बार परिसीमन में बहुत से गांव व ग्राम पंचायत जो नगर पंचायत व नगर पालिका परिषद का हिस्सा बन जाते हैं। कई सामाजिक और आर्थिक कारणों से भी गांवों में कृषि पर आधारित आबादी घट रही है। ऐसे में गांवों में कृषि सोसायटियों को सहकारिता विभाग अब गैर कृषि संबंधी सेवाओं के साथ जोड़ रहा हैं। जिले में स्थापित डासना, डिडौली, मोरटा, करीमनगर, कटियार, सैदपुर समेत कुल 17 कृषि सोसायटी में जन सेवा केंद्र और जन औषधि केद्र खोले जाएंगे। इनमें आने वाले किसान जनसेवा केंद्र में अपने जरूरी फार्म आदि भरने के साथ ही औषधि केंद्रों से दवा आदि ले सकेंगे। जिले में कई स्थानों पर कृषि सोसायटी में जनसेवा केंद्र शुरू भी किए जा चुके हैं।

किसानों की फसल की भरपूर पैदावार होने के बाद भी कई बार किसानों को फसल प्रसंस्करण की सुविधा होने से उचित दाम फसल का नहीं मिल पाता है। किसानों की परेशानी को देखते हुए सहकारिता विभाग ने हाल ही में इनविक्टस नामक एफईपीओ के साथ करार किया है। एफईपीओ फसल प्रसंस्करण के क्षेत्र में कार्यरत है। अगर तय समय के अनुसार योजना में प्रगति हुई तो भविष्य में किसानों को फसल के प्रसंस्करण के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। किसानों को कृषि सोसायटी में फसल प्रसंस्करण की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इसलिए जनसेवा केंद्र और जन औषधि केंद्र की सेवाओं का किसानों को जल्द लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।