अब गन्ना किसानों को मोबाइल पर मिलेगी पर्चियां

किसानों को पंजीकृत मोबाइल रखना होगा अपडेट
स्विच ऑफ होने चार्ज अथवा रिचार्ज न होने की स्थिति में मैसेज की हो सकती है दिक्कत

अनिल तोमर
उदय भूमि
हापुड़। गन्ना किसानों को अब गन्ना डालने के लिए दी जाने वाली पर्चियां अब गन्ना किसानों के पंजीकृत मोबाइल पर ही मिलेगी। शासन द्वारा प्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए ऐसा निर्णय लिया गया है। किसानों के मोबाइल पर अब एसएमएस के जरिए पर्ची सेंड की जाएगी। जिसको किसान देखकर गन्ना क्रय केंद्र पर अपना गन्ना तोल कराएगा। गन्ना क्रय केंद्रों पर भी किसानों की प्रतिदिन तौल संबंधी एक एक्नॉलेजमेंट शीट चस्पा की जाएगी। जिससे किसान क्रॉस चैक कर सकेंगे। माना जा रहा है कि इस प्रणाली से किसान को पर्ची पहुंचने में कोई देरी नहीं होगी। तथा मिल को ताजा गन्ना उपलब्ध होगा तथा किसानों को गन्ने की सूख जाने की परेशानी से मुक्ति मिल जाएगी। गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने जानकारी में बताया कि आगामी पेराई सत्र 2020-21 से इस प्रणाली की शुरुआत होगी। इसलिए किसानों को ईआरपी में अपने सही मोबाइल नंबर को दर्ज कराया जाना चाहिए। जिससे पर्ची मिलने में कोई दिक्कत न हो। जिन किसानों के मोबाइल नंबर ई आर पी में ठीक नहीं है वह अपने मोबाइल नंबर गन्ना पर्यवेक्षक के माध्यम से अथवा ऐप के माध्यम से खुद ईआर पी पर अपना मोबाइल अपडेट अथवा परिवर्तित करा सकते हैं। किसानों को अपने मोबाइल  में मैसेज इनबॉक्स  खाली रखने फोन के हर वक्त चार्ज रखना होगा। लगा तार स्विच ऑफ रखने  एवं डीएनडी एक्टिवेट होने की स्थिति से बचना होगा। ताकि सर्वर द्वारा रियल टाइम पर किसान को पर्ची एस एम एस मिल जाए।  इसी स्थिति में 24 घंटे बाद मोबाइल पर मैसेज क्रिएट नहीं हो पाएगा। इसके लिए किसानों को अपने मोबाइल को अपडेट रखना जरूरी है।जिससे वह पारदर्शिता के साथ अपना गन्ना तौल केंद्र पर दे सके। जनपद में शीघ्र ही विभागीय अधिकारी चेकिंग अभियान की शुरुआत करेंगे तथा उल्लंघन करने वालो पर शिकंजा कसा जाएगा।