गाजियाबाद बनेगा नंबर-1, नगर निगम ने बनाया धांसू प्लान, स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 को लेकर बनाई गई रणनीति

-उच्चस्तरीय टीम के शहर में आगमन से पहले तैयारियां तेज

गाजियाबाद। स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 का आगाज हो चुका है। केंद्रीय शहरी आवासन मंत्रालय की टीम जल्द शहर का रूख करेगी। यह टीम स्वच्छता सर्वे के लिए आएगी। उच्चस्तरीय टीम के आगमन से पहले नगर निगम ने अपने स्तर से आवश्यक तैयारियां तेज कर दी हैं। शहर को क्लीन बनाने का काम आरंभ हो गया है। स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में गाजियाबाद शहर को साफ-सुथरा और खूबसूरत बनाने तथा अव्वल रैंकिंग लाने के लिए महत्वपूर्ण योजना पर काम किया जा रहा हैं। नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर इस अभियान की खुद कमान संभाले हुए है। उन्होंने मातहतों के साथ बैठक कर जिम्मेदारी निर्धारित कर दी है। एक तरफ जहां शहरवासियों को डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की बेहतर सुविधा मिलेगी, वहीं नगर निगम द्वारा कूड़ा बेचने के बाद लगभग 3 करोड़ रुपए की कूड़े से बचत की जा सकेगी।

नगरायुक्त तंवर का कहना है कि केंद्रीय मंत्रालय की टीमें कभी भी शहर में आकर सर्वे शुरू कर सकती है। लोगों से फीडबैक लेने के साथ शौचालयों की साफ-सफाई से लेकर अन्य बिंदुओं का भौतिक रूप से सर्वे करने के लिए यह टीमें आएंगी। मार्च से स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के तहत टीमों द्वारा सर्वे किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शहर में एकत्र कूड़े को बेचने का निर्णय लिया गया है। इससे नगर निगम को 3 से 6 करोड़ रुपए की आय हो सकेगी। जो अभी तक नगर निगम को प्रत्येक साल वाहनों के तेल, ड्राइवर, हेल्पर एवं कूड़ा उठान पर खर्च होता था। नगर निगम द्वारा शहर में प्राइवेट कंपनी से 200 गाड़ियां किराए पर ली गई हैं। इन वाहनों के आने से शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन किया जाएगा। वहीं, घरों से अभी तक कूड़ा कलेक्ट करने के बाद बड़ी संख्या में कूड़ा इधर-उधर छोड़ देते थे।

इस कूड़े को कबाड़ी एवं डलावघर में कूड़ा माफिया सेग्रीगेशन कर इसे बेचते थे। यही नहीं डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करने के लिए नगर निगम से वाहनों का डीजल, कूड़े का पैसा, ड्राइवर की सैलरी ली जाती थी, मगर अब नगर निगम ऐसा नहीं करेगा। स्वच्छ सर्वेक्षण शुरू होने के चलते नगर निगम द्वारा शहर में सफाई व्यवस्था बेहतर करने के साथ-साथ डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए वाहनों को नियमित कर कूड़ा उठान पर फोकस किया जा रहा है ताकि इस बार के स्वच्छ सर्वेक्षण में शहर की अव्वल रैंकिंग प्राप्त की जा सके। नई व्यवस्था के तहत प्राइवेट 200 वाहन एक ही कंपनी से लिए जाएंगे। यह वाहन सीएनजी आधारित होंगे। इन वाहनों से जोनवार कूड़ा कलेक्शन कराया जा रहा है।