गाजियाबाद का बिल्डर 100 करोड़ का चूना लगाकर देश छोड़कर दुबई भागने की फिराक में था, पुलिस ने किया गिरफ्तार, रेड एप्पल व आइडिया बिल्डर्स का है परिवार

-देश छोड़कर विदेश में बसने की कर रहें थे तैयारी, परिवार समेत पांच सदस्य गिरफ्तार

गाजियाबाद। फर्जी दस्तावेज तैयार कर लोगों को फ्लैट, प्लॉट व उंची ब्याजदर देकर पैसे का निवेश का लालच देकर 100 करोड़ रूपए हड़पकर दुबई भागने की तैयारी कर रहे एक ही परिवार के पांच सदस्यों को नंदग्राम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गये आरोपी इतने शातिर है कि परिवार के सदस्यओं का नाम, पता बदलकर फर्जी फर्म तैयार कर एक ही फ्लैट, प्लॉट को बार-बार बेच देते थे। जो कि सौ करोड़ रूपए की ठगी कर चुके है। उन्हीं रूपयों से आराम की जिंदगी काटने के लिए आरोपियों फर्जी कागजात तैयार कर दुबई का सिटीजन कार्ड भी बनवा लिया। मगर पुलिस ने समय रहते आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया सीओ सिहानीगेट आलोक दुबे के नेतृत्व में एसएचओ अमित कुमार, एसआई सचिन कुमार, अशोक कुमार, विकास सिंह, बोबी सिंह की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर नमन जैन पुत्र राजकुमार जैन, राजकुमार जैन पुत्र जियालाल जैन, रिषभ जैन पुत्र प्रेमचन्द्र जैन, अनुशा जैन पुत्री राजकुमार जैन, इन्दु जैन पत्नी राजकुमार जैन निवासी रामप्रस्थ लिंक रोड़ चन्द्रनगर को राजनगर एक्सटेशन से गिरफ्तार किया गया। जिनके पास से 13 फर्जी एवं असली आधार कार्ड, चार पैन कार्ड, चार एप्पल लैपटॉप, पांच एप्पल मोबाइल, अरब अमीरात (दुबई) का फर्जी नाम से सिटीजनशिप कार्ड, 2 चेक बुक, डेबिट कार्ड, कार्ड रेजीडेन्ट आईडेंटी कार्ड यूनाईटेड अरब अमीरात फर्जी नाम से बरामद किया गया। जिनके खिलाफ सिहानीगेट, इंदिरापुरम, लिंक रोड़, कविनगर, मुरादनगर, मधुबन-बापूधाम एवं नंदग्राम थाने में 29 मुकदमे दर्ज है। उन्होंने बताया राजकुमार जैन 100 करोड़ रूपए की ठगी कर देश छोडऩे की फिराक में था। आरोपी ने आईडिया बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड, मंजू जे होम्स, रेड एप्पल समेत दर्जनों कंपनी बनाकर कुटरचित दस्तावेज तैयार कर एक ही फ्लैट एवं प्लॉट को कई बार लोगों को बेच चुके थे। इसके साथ ही लोगों से निवेश कराने के नाम पर भी धोखाधड़ी करते थे। जिनके खिलाफ धोखाधड़ी एवं गैंगस्टर एक्ट के तहत 29 मुकदमें दर्ज है। आरोपी पुलिस से बचने के लिए अपनी पहचान छुपाने के लिए फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल कर रहे थे।

सीओ सिहानीगेट आलोक दुबे ने बताया कि आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए कूटरचित दस्तावेज तैयार कर अपनी पहचान जैन से गर्ग बन गए थे। आरोपी राजकुमार जैन मुख्य आरोपी है, जो कि अब रमेश गर्ग बन गया था। जबकि नमन जैन-रोहित गर्ग, ऋषभ जैन-सन्नी गर्ग, अनुशा जैन-राखी गर्ग, इंदु जैन-बॉबी गर्ग, अक्षय-देवेन गर्ग और प्रतीक जैन अपनी पहचान बदलकर राहुल गर्ग बने हुए थे। आरोपियों ने अपना पता बदलकर रामप्रस्था कॉलोनी चंद्रनगर से जे एण्ड के ब्लॉक लक्ष्मीनगर दिल्ली किया हुआ था। आरोपियों ने अपनी पहचान बदलकर प्राइवेट बैंक में अपना खाता भी खुलवा लिया था। उन्होंने बताया कि आरोपित रूपए एकत्रित कर दुबई में हमेशा के लिए बसने के लिए प्लानिंग कर रहे थे। गिरोह में अन्य लोग भी शामिल है, जो कि फरार है। उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।