वायरस के खिलाफ युद्ध जारी, वैक्सीन लगवाने में न करें लापरवाही: प्रदीप गुप्ता

गाजियाबाद। देश में बढ़ते कोरोना के मामलों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में खतरे को टालने के लिए सरकार की तरफ से सोमवार 15-18 साल के बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत करना एक महत्वपूर्ण कदम है। बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए शनिवार से कोविन पोर्टल पर पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। बच्चे सुरक्षित हैं, देश का भविष्य सुरक्षित है। यह बातें सोमवार को व्यापारी एकता समिति संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता ने कहीं। उन्होंने कहा पिछले कुछ महीनों की तुलना में कोरोना संक्रमण के मामले फिर एक बार बढ़ रहें है। जिस तरह से कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण की रफ्तार को तेज कर दिया गया है, यह इस महामारी के खिलाफ जंग को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। हालांकि खतरा अब भी टला नहीं है। कोरोना का डेल्टा वैरिएंट दुनिया के तमाम देशों के लिए अब भी बड़ी मुसीबत का कारण बना हुआ है। इस समय यह समझना आवश्यक है कि वायरस के खिलाफ युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ है और लोगों को कोविड से बचाव के नियमों के पालन में कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कोरोना खत्म हो गया है, ऐसा सोचना भी हमारे लिए फिलहाल खतरनाक हो सकता है। कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है। इससे बचाव के लिए लोगों को अभी भी सतर्क रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोरोना से मुकाबले के लिए सबसे पहले हथियार के रूप में टीकाकरण पर जोर दे रहे हैं। प्रदीप गुप्ता ने बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए बच्चों के परिजनों को जागरूक भी किया और अपील की अपने बच्चों को वैक्सीन लगवाने में टालमटोल ना करें। यह कोरोना सुरक्षा कवच है जो बच्चों की बेहतरी के लिए है। इसलिए घबराने या शंका करने की कोई जरूरत नहीं है। आईआरएस सोसाइटी से लव्या कुमार और शिप्रा रिवेरा से ख्याती गौतम समेत सैकड़ों बच्चों ने वैक्सीन लगवाई।