शहर की सफाई व्यवस्था से नही होगा कोई भी समझौता: आशा शर्मा

-सफाई व्यवस्था एवं कूड़े के ढेर न लगने के सम्बंध में मेयर आशा ने अधिकारियों के साथ की बैठक

गाजियाबाद। मेयर आशा शर्मा ने शहर में सफाई व्यवस्था एवं कूड़े के ढेर न लगने के सम्बंध में अधिकारियों के साथ बैठक की। मेयर ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथलेश कुमार, उद्यान प्रभारी डॉ अनुज कुमार सिंह, पार्षद सरदार सिंह भाटी, अवर अभियंता दिनेश शर्मा, सभी जोनल सफाई निरीक्षक की उपस्थिति में कहा कि शहर मेंं सफाई व्यवस्था को लेकर कोई समझौता नहीं होगा। शहर में कूड़ा नही उठने को लेकर, मवेशी नही उठने को लेकर, एवं पेड़ो की छटाई होने से हो रही गंदगी को लेकर बात की, कूड़े के ढेर से शहर में बीमारी फैलने का खतरा भी हो सकता है।

जिसका श्रेय कूड़ा उठाने वाले ठेकेदार को जाता है जब से यह ठेका दिया गया है बताया गया था कि शहर में सफाई व्यवस्था ओर अच्छी हो जाएगी लेकिन कम्पनी जब से आई है तभी से कूड़े की समस्या हुई है। उससे पहले नगर निगम बहुत अच्छा कार्य कर रहा था लेकिन अभी स्थिति बहुत बेकार कर दी ठेकेदार ने बैठक में बैठे अधिकारियों एवं ठेकेदार के कर्मचारियों को मेयर ने कहा कि किसी हाल में शहर में कूड़े का ढेर लगे तो बर्दाश्त नही किया जाएगा। ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी और जरूरत पड़ी तो ठेका निरस्तीकरण का भी प्रस्ताव लाया जाएगा। इसलिए अपनी कार्यप्रणाली को सुधारने का कार्य करें और एक सप्ताह में शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

मवेशी उठाने के लिए बनेगी टीम:
पिछले दिने में लंपी वायरस से जानवरो में बीमारी हुई है जिसके कारण मृत्यु की संख्या बढ़ गयी है और ज्यादा शिकायत आ रही है ऐसे में एक टीम का गठन किया जाए और उस टीम में जे सी बी/ड्राइवर/कर्मचारियों की तैनाती 24 घण्टे रहे। जिससे शिकायत मिलते ही मवेशी तत्काल उठाए जाएं। मेयर ने कहा कि लंपी वायरस से जानवरों (गाय/नन्दी) को बचाने के लिए वैक्सीन लगवाने की अपील भी की है। जिससे यह वायरस खत्म हो जाएं और यह बीमारी ज्यादा न फैल सकें। शहर में पेड़ो की छंटाई के ढेर का तत्काल निस्तारण किया जाए।

शहर की पॉश कालोनियों में हर घर मे पेड़ पौधे लगे हुए है ताकि हमारे आस पास का पर्यावरण अच्छा रहे और शहर में प्रदूषण कम हो सके लेकिन पेड़ पौधों की छटाई करने के बाद शहर के लोग उस छटाई से निकले बेल पत्तो को कूड़े के ढेर पर ही डाल देते है जिससे बेल पत्तो के सूखने के बाद आग लगने की संभावना भी बढ़ जाती है और उद्यान विभग में कम संसाधनों के कारण तत्काल बेल पत्तो का निस्तारण नही हो पाता है लेकिन अब ऐसा नही होना चाहिए उद्यान विभाग स्वास्थ्य विभाग की मदद से संसाधन लेकर बेल पत्तो को उठाने का कार्य करें और शहर को साफ रखें।

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार ने कंपनी को चेतावनी देते हुए कहा गया कि मेयर के आदेशानुसार एक सप्ताह में कार्य प्रणाली में सुधार दिखाई देना चाहिए। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। शहर से कूड़ा रोजाना उठे और कोई समस्या नही होनी चाहिए। उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह ने बताया कि टीम बनाकर स्वास्थ्य विभाग के संसाधन की मदद से शहर में सभी वार्डों में से बेल पत्तो को उठवाने का कार्य तेजी से करेंगे और उसके निस्तारण के लिए कर्मचारियों को जिम्मेदारी तय की जाएगी।