जी 20 इंडिया प्रेसीडेंसी के तहत पहली हेल्थ वर्किंग ग्रुप की तीन दिवसीय बैठक संपन्न

– तिरुवनंतपुरम में आयोजित  हेल्थ वर्किंग ग्रुप बैठक में स्वास्थ्य परिदृश्य पर हुई व्यापक चर्चा

गाजियाबाद। जी20 इंडिया प्रेसीडेंसी के तहत पहली हेल्थ वर्किंग ग्रुप की बैठक 18-20 जनवरी के बीच केरल के तिरुवनंतपुरम में आयोजित हुई। जी 20 प्रेसीडेंसी के अध्यक्ष के रूप में, भारत का उद्देश्य उन महत्वपूर्ण क्षेत्रों को उजागर करते हुए स्वास्थ्य प्राथमिकताओं और पिछले प्रेसीडेंसी से प्रमुख उपलब्धियों को जारी रखना और समेकित करना है जिन्हें मजबूत करने की आवश्यकता है। इस शिखर सम्मेलन में रेजिलिएंट एंड सस्टेनेबल मेडिकल वैल्यू ट्रैवल के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए पहली बैठक हुई एवं कार्यशाला और पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया।

जिसमें अतिथि वक्ता के रूप में बोलते हुए यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशाम्बी, गाजियाबाद की डायरेक्टर डॉ उपासना अरोड़ा ने कहा यह बैठक दुनिया के लिए सामूहिक रूप से महामारी के बाद एक स्वस्थ दुनिया के निर्माण की दिशा में काम करने करेगी। उन्होंने कहा महामारी के संबंध में भारत की नीति हमारी स्वास्थ्य नीति का निर्णायक हिस्सा होनी चाहिये, क्योंकि आज आपस में जुड़े विश्व की बहु-क्षेत्रीय प्रकृति के कारण कोई भी स्वास्थ्य संकट आर्थिक संकट बन सकता है। जी-20 की भारत की अध्यक्षता के साथ, हमारे पास इस बात का अवसर है कि हम देशों के बीच बहुपक्षीय सहयोग बनाए, ज्ञान साझा करने की सहायता से प्रभावी नीतियों का निर्माण करें, जो दुनिया भर के नागरिकों को सुलभ, किफायती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने मे सहायक हों।

उन्होंने जी 20 के सदस्य देशों को हर देश में एक मेडिकल वैल्यू ट्रेवल काउंसिल बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस शिखर सम्मेलन में डॉ वीके पॉल, सदस्य नीति आयोग, राजेश भूषण, सेक्रेटरी स्वास्थ्य विभाग, राजेश कोटेचा, सेक्रेटरी आयुष मंत्रालय, स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल सक्रेटरी लव कुमार, जॉइंट सेक्रेटरी विशाल चौहान, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने शिखर सम्मेलन में भाग लिया।