गोल्डन टेम्पल ट्रेन में महिला यात्री से लूट में फरार 10-10 हजार इनामी दो लुटेरे गिरफ्तार

गाजियाबाद। ट्रेन में यात्रियों से लूटपाट की वारदात को अंजाम देने वाले 10-10 हजार इनामी फरार दो लुटेरे को (राजकीय रेलवे पुलिस) जीआरपी ने गिरफ्तार कियाहै। कपड़े गए आरोपी लूट मामले में फरार चल रहे थे। आरोपी ट्रेन में चढ जाते थे और टे्रन के गेट व खिड़की पर बैठे यात्रियों की रैकी करते थे, जिन्होंने ज्वेलरी पहनी हुई है या फिर मोबाइल पर बात कर रहे है। मौका देख जब ट्रेन धीमे धीमे चलती तो यात्रियों को टारगेट कर उनके चैन, लेडीज पर्स, मोबाइल फोन, व अन्य कीमती सामान की चोरी व लूट कर चलती ट्रेन से कूदकर भाग जाते थे।

सीओ जीआरपी श्वेता आशुतोष ओझा ने बताया कि रेलवे स्टेशन गाजियाबाद के आस-पास लगातार हो रही चैन स्नैचिंग की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए जीआरपी की टीम गठित की गई। 17 मार्च का गोल्डन टेम्पल ट्रेन में निर्मल सिंह पुत्र प्यारे सिंह निवासी प्रिंस टावर सेक्टर-20 खारगर जिला पनवेल नवीमुम्बई महाराष्ट्र की पत्नी इकबाल कौर के साथ चैन स्नैचिंग की घटना के संबंध में जानकारी की गयी तो पता चला कि गोल्डन टेम्पल ट्रेन की बोगी 1 की सीट नंबर 51 पर घटना हुई है और उस बोगी के 1 कोच में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। जिसके बाद टीम द्वारा गोल्डन टेम्पल ट्रेन से सीसीटीवी कैमरे की फुटेज महाराष्ट्र से निकलवाई गई। जिसमें दो लडके घटना करते हुए दिखाई दिये। जिन्हें ट्रेस कर किया गया। जिनकी गिरफ्तारी के लिए 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था।

शनिवार को जीआरपी प्रभारी अनुज मलिक के नेतृत्व में दरोगा प्रमोद कुमार बबलू सिंह, ऊधम सिंह तालान की टीम ने प्लेटफार्म नंबर 5/6 पर दिल्ली साईड लगे गूलर के पेड के नीचे रेलवे स्टेशन गाजियाबाद क्षेत्र थाना जीआरपी से समय करीब 11.40 बजे फरार दीपक उर्फ देवा पुत्र कुंवर पाल निवासी सुन्दरपुरी विजय नगर, मनोज जूडी पुत्र सतपाल ठाकुर निवासी सुन्दरपुरी विजय नगर को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से चोरी व लूट की 3 अदद चैन पीली धातु व 2 अदद अंगूठी पीली धातु, 1 अदद चैन सफेद धात ु(अनुमानित कीमत 3 लाख रुपये)) व 15 रुपए नगद बरामद किया गया। आरोपी दीपक उर्फ देवा पर जीआरपी गाजियाबाद व इंदिरापुरम थाने में 29 मुकदमें दर्ज है और मनोज जूडी पर जीआरपी थाने में 8 मुकदमे दर्ज है।

पकड़े गए आरोपी शातिर किस्म के लुटेरे है। जो अकेले व अपने साथियो के साथ मिलकर रेलवे स्टेशन गाजियाबाद व आसपास के स्टेशनो पर ट्रेन में चढ जाते थे। जैसे ही ट्रेन की रफ्तार कम होती तो यात्रियों को टारगेट कर उनके चैन, लेडीज पर्स, मोबाइल फोन, व अन्य कीमती सामान की चोरी व लूट कर चलती ट्रेन से कूदकर भाग जाते थे। जिनका अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।