रक्षाबंधन पर ठेकेदारों की रक्षा करेगा नगर निगम ?

भुगतान नहीं होने के कारण ठेकेदारों ने अप्रैल 2022 से नगर निगम के टेंडरों का बहिष्कार कर रखा है। निर्माण विभाग द्वारा विगम 5 महीनों में लगभग 220 कामों के लिए तीन बार टेंडर लगाये गये। लेकिन इनमें से 20 कामों के लिए ठेकेदारों ने टेंडर डाले हैं। पिछले महीने ठेकेदारों को भुगतान नहीं हुआ था। ऐसे में ठेकेदारों को उम्मीद है कि रक्षाबंधन त्यौहार से पहले नगर निगम भुगतान करेगा।

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। नगर निगम के ठेकेदार खासे परेशान हैं। ठेकेदारों के समक्ष भुगतान को लेकर समस्या है। विगत छह महीने से ठेकेदारों को मामूली भुगतान हो रहा है। हालांकि नगर निगम द्वारा फंड की उपलब्धता के हिसाब से प्रति माह औसतन 5 से 10 फीसद तक भुगतान किया जा रहा है। लेकिन ठेकेदारों को मिलने वाला यह भुगतान उंट के मुंह में जीरा के समान है। भुगतान नहीं होने के कारण ठेकेदारों ने अप्रैल 2022 से नगर निगम के टेंडरों का बहिष्कार कर रखा है। निर्माण विभाग द्वारा विगत 5 महीनों में लगभग 220 कामों के लिए तीन बार टेंडर लगाये गये। लेकिन इनमें से 20 कामों के लिए ठेकेदारों ने टेंडर डाले हैं। पिछले महीने ठेकेदारों को भुगतान नहीं हुआ था। ऐसे में ठेकेदारों को उम्मीद है कि रक्षाबंधन त्यौहार से पहले नगर निगम भुगतान करेगा।
नगर निगम कॉट्रैक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सचिन त्यागी ने बताया कि भुगतान नहीं होने के कारण छोटे ठेकेदार कर्ज के जाल में उल­झ चुके हैं। ठेकेदारों के पास एफडी के पैसे नहीं है। इस कारण वह टेंडर नहीं डाल पा रहे हैं। मेयर आशा शर्मा और नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर से अनुरोध किया गया है कि वह जल्द ठेकेदारों का भुगतान कराये। एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विनोद भारती का कहना है कि जल्द ठेकेदारों का भुगतान किया जाये। जिससे कि ठेकेदार नये काम शुरू कर सकें। भुगतान नहीं होने के कारण ठेकेदारों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। माल सप्लायर और बकायेदारों द्वारा ठेकेदारों पर दवाब बनाया जा रहा है। जिसके कारण ठेकेदार मानसिक दवाब हैं।
ठेकेदारों की मांग वाजिब है। लेकिन इस सच्चाई से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि नगर निगम में फंड क्राइसिस है। अमृत योजना एवं बांड के लिए एक साथ 72 करोड़ रुपये के भुगतान के कारण समस्या उत्पन्न हुई। ऐसे में फंड उपलब्ध होने पर ही नगर निगम द्वारा ठेकेदारों को भुगतान कराया जाएगा। हालांकि उम्मीद है कि रक्षाबंधन त्यौहार से पहले ठेकेदारों को भुगतान कराया जाएगा।