यमुना प्राधिकरण कमाई में नंबर-1 औद्योगिक विकास के साथ आमदनी बढ़ाने में भी बना रहा है रिकार्ड

अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार ने बताया पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष अब तक यमुना प्राधिकरण की आमदनी में हुई 19 फीसद बढ़ोत्तरी। चालू वित्त वर्ष 2022-23 में 24 नवंबर 2022 तक प्राधिकरण की आय 1349.81 करोड़ रुपये है। यह पिछले वित्त वर्ष से समान अवधि में 18.81 प्रतिशत अधिक है। राजस्व प्राप्ति का यह रिकार्ड नवंबर तक का है। ऐसे में मार्च के अंत तक वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर आय का रिकार्ड और बढ़ सकता है। राजस्व बढ़ोत्तरी का यह रिकार्ड कई मायनों में महत्वपूर्ण है। एक समय ऐसा भी था जब यमुना प्राधिकरण में कर्मचारियों की तनख्वाह देने तक के पैसे नहीं बचे थे। लेकिन सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के नेतृत्व में यमुना प्राधिकरण पुराने कर्जे को कम करने के साथ लाभ अर्जित करने वाला प्राधिकरण बन गया है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में जिस तेजी के साथ औद्योगिक विकास हो रहे हैं, इंटरनेशनल एयरपोर्ट, फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क और डाटा सेंटर की बड़ी परियोजनाओं पर काम चल रहा है। ऐसे में भविष्य में यमुना सिटी देश का प्रमुख फाइनैंसियल और इंडस्ट्रियल हब के रूप में स्थापित होगा।

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के अधिक से अधिक अवसर पैदा करने के साथ यमुना प्राधिकरण अपनी आमदनी भी बढ़ा रहा है। अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले इस साल अब तक की तीन तिमाही में यमुना प्राधिकरण को करीब 19 फीसदी अधिक राजस्व की प्राप्ति हुई है। पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में 24 नवंबर 2021 तक कुल राजस्व प्राप्तियां 1,136.09 करोड़ रुपये थी। चालू वित्त वर्ष 2022-23 में 24 नवंबर 2022 तक प्राधिकरण की आय 1349.81 करोड़ रुपये है। यह पिछले वित्त वर्ष से समान अवधि में 18.81 प्रतिशत अधिक है। राजस्व प्राप्ति का यह रिकार्ड नवंबर तक का है। ऐसे में मार्च के अंत तक वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर आय का रिकार्ड और बढ़ सकता है। राजस्व बढ़ोत्तरी का यह रिकार्ड कई मायनों में महत्वपूर्ण है। एक समय ऐसा भी था जब यमुना प्राधिकरण में कर्मचारियों की तनख्वाह देने तक के पैसे नहीं बचे थे। लेकिन सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के नेतृत्व में यमुना प्राधिकरण पुराने कर्जे को कम करने के साथ लाभ अर्जित करने वाला प्राधिकरण बन गया है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में जिस तेजी के साथ औद्योगिक विकास हो रहे हैं, इंटरनेशनल एयरपोर्ट, फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क और डाटा सेंटर की बड़ी परियोजनाओं पर काम चल रहा है। ऐसे में भविष्य में यमुना सिटी देश का प्रमुख फाइनैंसियल और इंडस्ट्रियल हब के रूप में स्थापित होगा।

यमुना प्राधिकरण की आमदनी बढ़ाने में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का बड़ा योगदान माना जा रहा है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना को सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के नेतृत्व जिस तरह धरातल पर उतारा गया और वर्तमान में तेजी से काम हो रहा है। उसकी हर तरफ तारीफ हो रही है। डॉ. अरुणवीर सिंह को यूपी के एयरपोर्ट मैन के रूप में जाना जाने लगा है। ज्ञात हो कि पिछले साल 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का जेवर आकर शिलान्यास किया था। इस मेगा इंफ्रास्ट्रक्चरल प्रोजेक्ट का यमुना अथॉरिटी को भरपूर लाभ मिल रहा है। पिछले एक वर्ष के दौरान प्राधिकरण ने जितनी भूखंड आवंटन योजनाएं लांच की हैं, उन्हें निवेशकों ने हाथों-हाथ लिया है। जिससे प्राधिकरण की आय में तेजी से वृद्धि हो रही है। दूसरी ओर यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भरपूर निवेश कर रही हैं। आपको बता दें कि यह भारत का सबसे बड़ा, एशिया का दूसरा सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बनेगा। मेडिकल डिवाइस पार्क को लेकर यमुना प्राधिकरण द्वारा लगातार रोड शो की जा रही है। जल्द ही यमुना प्राधिकरण द्वारा मेडिकल डिवाइस पार्क के दूसरे चरण में बड़े भूखंडों के अलावा छोटे भूखंडों की भी योजना लाई जाएगी। मेडिकल डिवाइस पार्क में अब विटरो डाइगनोस्टिक श्रेणी के लिए प्लॉट आरिक्षत किये गये हैं। सेक्टर-29 में एमएसएमई, हैडीक्राफट, अपैरल कलस्टर स्कीम के लिए प्लॉट तय किए गए हैं। ऐसे में भविष्य में भी यमुना प्राधिकरण आर्थिक रूप से मालामाल रहेगा।