सेवानिवृत आबकारी निरीक्षक सीलम मिश्रा को दी यादगार विदाई

-विदाई समारोह में कभी खुशी तो कभी भावुक क्षण दिए दिखाई

गाजियाबाद। सरकारी नौकरी में सेवानिवृत होना एक परंपरा है। शासकीय सेवा में रहकर विभिन्न स्थानों पर जाकर नौकरी करनी पड़ती है, मगर बिना किसी विवाद और आरोप के नौकरी पूरी हो जाए तो यह जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है। यह बातें जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने आबकारी निरीक्षक सेक्टर-3 सीलम मिश्रा की सेवानिवृति पर आयोजित विदाई कार्यक्रम को संबोधित कर कहीं। उन्होंने कहा कि शासकीय सेवाकाल में अधिकारी एवं कर्मचारियों को अपनी सेवाएं पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाने का अवसर मिलता है। पूरे सेवाकाल में सीलम मिश्रा सहज एवं सरल व्यक्तित्व की धनी रहीं। स्टाफ और अधिकारियों से उनका अच्छा तालमेल रहा है। उन्होंने पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ-साथ कोरोनाकाल जैसी विषम परिस्थितियों में भी लग्न और कड़ी मेहतन से काम किया है। जिला आबकारी अधिकारी ने उनकी शासकीय सेवा के बाद दूसरी पाली अपने परिवार के साथ खुशहाल तरीके से व्यतीत करने के लिए शुभकामनाएं दीं। विदाई समारोह में सेवानिवृत्त आबकारी निरीक्षक सीलम मिश्रा ने जिला आबकारी अधिकारी एवं सभी आबकारी निरीक्षकों व कर्मचारियों का कार्य में मिले सहयोग के प्रति आभार जताया। आबकारी निरीक्षक सीलम मिश्रा ने आबकारी विभाग में साढ़े दस साल तक सेवाएं दी हैं।

इस दौरान वह अलग-अलग जनपदों में तैनात रहीं। गाजियाबाद में वह पिछले ढाई साल से कार्यरत थीं। गाजियाबाद में तैनाती के दौरान उन्होंने अपनी सर्विस को पूर्ण किया है। विदाई समारोह में वह कभी खुश तो कभी भावुक नजर आई। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी में जिम्मेदारी कम नहीं होती। उन्हें अपना गाजियाबाद का कार्यकाल हमेशा याद रहेगा। चूंकि यह ऐसा जनपद है, जहां शराब तस्कर दिन-रात सक्रिय रहने का प्रयास करते हैं। देश की राजधानी से सटे जनपद में नौकरी करना भी कम चुनौतीपूर्ण नहीं होता। आपकी जरा सी लापरवाही कब सुर्खियों में आ जाए, कहना मुश्किल है। सीलम मिश्रा ने कहा कि आबकारी विभाग में काम के दौरान उन्हें जो जिम्मेदारी मिली, उसका बखूवी निर्वहन करने के लिए उन्होंने हरसंभव प्रयास किया। लोनी जैसे संवेदनशील क्षेत्र में वह कार्रवाई करने से कभी पीछे नहीं हटीं। विभाग की तरफ से भी उन्हें न सिर्फ भरपूर सहयोग मिला बल्कि समय-समय पर मनोबल भी बढ़ाया गया। इसके लिए वह अपने सहयोगियों की शुक्रगुजार हैं।

सीलम मिश्रा ने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद भी वह घर पर आराम से नहीं बैठेंगे। सामाजिक कार्यों में उनकी दिलचस्पी है। उन्होंने कहा कि जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह के साथ काम करने का उनका अनुभव बेहद अच्छा और यादगार रहा है। उनसे उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला। काम और जिम्मेदारी के प्रति जिला आबकारी अधिकारी का रवैया काबिलेतारिफ है। आबकारी निरीक्षक अखिलेश वर्मा, रमाशंकर सिंह, आशीष पाण्डेय, अरूण कुमार, त्रिवेणी सिंह मौर्य, त्रिभुवन सिंह हंयाकी, गौतमबुद्धनगर क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षक सर्किल-7 राहुल सिंह, आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-1 (मिर्जापुर) विवेक दुबे ने सेवानिवृत आबकारी निरीक्षक सीलम मिश्रा को शॉल एवं उपहार भेंट करते हुए उनके सुखद जीवन की कामना की।