अरुणाचल प्रदेश पर भारत के साथ अमेरिका

चीन के विवादित दावे को यूएस ने खारिज किया

वाशिंगटन। अरुणाचल प्रदेश पर भारत के पक्ष में अमेरिका खुलकर सामने आ गया है। चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश को विवादित क्षेत्र करार देने पर अमेरिका ने कड़ा एतराज जताया है। यूएस ने स्पष्ट कहा है कि वह पिछले 60 साल से अरुणाचल को भारत का हिस्सा मानता है। चीन के रूख से इस नीति में कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है। अमेरिका का यह बयान चीन के लिए किसी झटके से कम नहीं माना जा रहा है। भारत और चीन के बीच काफी समय से सीमा विवाद चल रहा है। इसके चलते दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने हैं। कुछ माह के भीतर हिंसक झड़पें भी हुई हैं। चीन ने लद्दाख के अलावा अरुणाचल प्रदेश को भी विवादित क्षेत्र बता दिया। इस पर अमेरिका ने कड़ा एतराज जताया है। अमेरिकी कांग्रेस ने भी चीन के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने की बात कही है। अमेरिका के गृह विभाग ने बयान जारी कर कहा है कि करीब 60 साल से अमेरिका ने अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा माना है। हम वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर किसी भी प्रकार की घुसपैठ, उसके जरिए क्षेत्रीय दावों को लेकर एकपक्षीय कोशिश का विरोध करते हैं। विवादित क्षेत्रों के बारे में द्विपक्षीय रास्ते के जरिए उन्हें सुलझाने के लिए भारत और चीन को अमेरिका प्रेरित करता है। सैन्य बल इस्तेमाल न करने की अपील करते हैं। बता दें कि चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिन ने पिछले माह अरुणाचल प्रदेश को चीन का हिस्सा बता दिया था। उन्होंने कहा था कि चीन ने कभी अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं दी है, जो चीन का दक्षिणी तिब्बत इलाका है। हालांकि लिजिन ने उस सवाल का जवाब नहीं दिया था, जो उनसे पूछा गया था।