प्रसिद्ध लक्ष्मी मंदिर में आग, लकड़ी का रथ जला, आंध्र प्रदेश सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए

अमरावती। आंध्र प्रदेश के अमरावती जिले में रविवार को तड़के प्रसिद्ध लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर का लकड़ी का रथ आग की चपेट में आ गया। आग से रथ को काफी नुकसान पहुंचा है। कुछ माह पहले एसपीएस नेल्लोर में भी इस प्रकार की घटना प्रकाश में आई थी। ताजा घटना पर राज्य सरकार ने संज्ञान लिया है। सरकार ने घटना की जांच का आदेश दे दिया है। रथ के जलने की घटना पर चर्चाओं का बाजार भी गरम है। अमरावती जनपद के अंतरवेदी क्षेत्र में यह मामला प्रकाश में आया है। धर्मादा मंत्री वेलमपल्ली श्रीनिवास का कहना है कि अतिरिक्त आयुक्त रामचंद्र मोहन को जांच अधिकारी नामित किया गया है। उनसे पुलिस के साथ समन्वय कायम कर रथ में आग लगने की वजह का पता लगाने को कहा गया है। बताया गया है कि सागौन की लकड़ी से निर्मित 40 फुट का यह रथ मंदिर परिसर में शेड के नीचे खड़ा था। आमतौर पर इस रथ का इस्तेमाल भगवान के आनुष्ठानिक विवाह में राधोत्सवम के दौरान किया जाता है। पुलिस का कहना है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी अथवा किसी ने जान-बुझकर यह हरकत की है, इसकी जांच कराई जा रही है। बता दें कि कुछ माह पहले एसपीएस नेल्लोर में इस प्रकार की घटना प्रकाश में आई थी। तब मानसिक रूप से बीमार एक व्यक्ति ने मंदिर के रथ में आग लगा दी थी। ऐसे में सभी पहलुओं को लेकर जांच की जा रही है। धर्मादा मंत्री ने ताजा घटना पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त आयुक्त की जांच पूरी हेाने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। उधर, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सोमू वीर राजू ने इस घटना की आलोचना की है। उन्होंने मुख्यमंत्री वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी से 3 दिन के भीतर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की अपील की है।