शहीदों के बलिदान की बदौलत ले रहे हम खुली हवा में सांस: अतुल गर्ग

– काकोरी कांड के शहीदों को राज्यमंत्री ने किया नमन

गाजियाबाद। चौरी-चौरा कांड की ऐतिहासिक घटना के सौ वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान सोमवार को काकोरी कांड के शहीदों को मुरादनगर स्थित शहीद स्थल पर स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने माल्यार्पण कर नमन किया। राज्यमंत्री ने कहा कि उन क्रांतिकारियों का दिया हुआ बलिदान है कि आज हम आजादी की सांस ले पा रहे हैं। इन शहीदों का बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा। उनकी कुर्बानी को बुलाया नहीं जा सकता है। काकोरी कांड मां भारती की सेवा में सर्वस्व न्योछावर करने वाले महान क्रांतिकारियों के साहस का प्रतीक है। यहीं से देश के वीरों का इतिहास शुरू होता है। आजादी के अमृत महोत्सव और चौरा-चौरी शताब्दी महोत्सव की कड़ी में काकोरी कांड हमें याद दिलाती है कि यदि देश की आजादी को लेकर हमने कोई असावधानी बरती तो हमें इसी तरह की यातनाएं भुगतनी पड़ेंगी। उन्होंने कहा कि देश की स्वाधीनता से कोई समझौता नहीं होना है। देश के लिए भारत के हर नागरिक को एक साथ चलने की जरुरत है। उन्होने कहा अमृत महोत्सव का मतलब आजादी का अमृत महोत्सव है। इस दौरान बैंड की धुन बजाकर शहीदों को भावभीनी श्रद्घांजलि दी गई। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, सीडीओ अस्मिता लाल ने भी शहीद स्थल पर माल्यार्पण कर शहीदों को नमन किया।

जिलाधिकारी ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को उन वीरों की गाथा बताना बेहद जरूरी है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। युवा शहीदों से अव्यवस्था के विरुद्ध एकजुट होकर आवाज उठाने की प्रेरणा लें। शहीद हमारे लिए लड़े, समाज के लिए लड़े, उनके आंदोलन के कारण ही आज देश आजाद हो सका है। यह सिर्फ एक सम्मान नहीं है बल्कि हरेक देशवासी की ओर से नमन है जिन्होंने देश को आजादी दिलाने में अपने प्राण गंवा दिए।

जब देश में आजादी के लिए लड़ाई लड़ी गई, तब संचार के अधिक साधन नहीं थे। देश में कहां क्या चल रहा है, लोगों को अधिक पता तक नहीं चल पाता था। फिर देश को आजाद कराने के लिए क्रांतिकारियों ने जो आंदोलन शुरू किया, उसे पूरा करके ही दम लिया। कहा कि देश के युवाओं को सच जानना बेहद जरूरी है। इस दौरान शहीद स्मारक पर सलामी दी गई और देशभक्ति की धुन बजाई गई। इस मौके पर राज्यमंत्री के प्रतिनिधि राजेंद्र मित्तल मेंदीवाले व डीडीओ भालचंद त्रिपाठी आदि आदि मौजूद रहें।