फिनटेक सिटी : यीडा CEO डॉ. अरुणवीर सिंह की प्राथमिकता में है योजना 40 दिनों में तैयार होगी डीपीआर कुशमैन एंड वेकफील्ड इंडिया को मिली जिम्मेदारी

– सिंगापुर और दुबई की तर्ज पर गौतमबुद्धनगर में बसेगा इंटरनेशनल फाइनेंशियल सिटी
– यमुना सिटी के सेक्टर-13 में कोर फाइनैंशियल एक्टिविटीज से जुड़ी कंपनियों को दी जाएगी जगह
– फिनटेक सिटी की डीपीआर तैयार करने के लिए 5 कंपनियों ने डाली थी बिड
– फिनटेक सिटी का क्या होगा स्वरूप, किस तरह की होगी बसावट डीपीआर में होगी डिटेल
– इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक होने के कारण फिनटेक सिटी के लिए है अपार संभावनाएं
– डीपीआर पर खर्च होंगे लगभग 1 करोड़, फर्स्ट फेज में 100 एकड़ में होगा काम

उदय भूमि संवाददाता
ग्रेटर नोएड। यमुना सिटी विकसित भारत का सबसे हाईटेक और व्यवस्थित शहर होगा। यमुना प्राधिकरण द्वारा यमुना सिटी को इस तरह से विकसित किया जा रहा है कि शहर अत्याधुनिक और सुंदर होने के साथ ही उत्तर भारत में आर्थिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बने। जिस शहर में जितनी अधिक आर्थिक गतिविधियां होंगी उस शहर का उतना ही अधिक विकास होगा। इसी विजन को ध्यान में रखते हुए प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह द्वारा बड़े ही अच्छे ढ़ंग से शहर को लेकर प्लानिंग की गई है। एक ऐसा सिटी जो पूरी तरह से कोर फाइनेंशियल एक्टिविटी से जुड़ा हो और जहां पर विश्व की बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के कार्यालय हो। इसी परिकल्पना को ध्यान में रखते हुए यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में फिनटेक सिटी बसाने की कवायद तेजी से चल रही है। फिनटेक सिटी परियोजना डॉ. अरुणवीर सिंह की प्राथमिकता में है। फिनटेक सिटी की डीपीआर 40 दिनों में तैयार की जाएगी। डीपीआर तैयार करने के लिए टेंडर प्रक्रिया में सबसे कम दर पर बिड डालने वाली कंपनी कुशमैन एंड वेकफील्ड इंडिया को चुना गया है। लगभग 250 एकड़ क्षेत्रफल में विकसित होने वाले फिनटेक सिटी में प्रथम फेज में 100 एकड़ को विकसित किया जाएगा।
भारतीय अर्थव्यवस्था में सबसे तेज बढ़ोतरी हो रही है। भारत जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। जाएगी। वैश्विक पटल पर जिस तरह भारत उभर रहा है, ठीक उसी तरह देश में यमुना सिटी अपनी पहचान बना रहा है। यमुना सिटी को उत्तर भारत के फाइनेंशियल कैपिटल के रूप में स्थापित करने की योजना पर काम चल रहा है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, एविएशन हब प्रोजेक्ट और इंटरनेशनल फिल्म सिटी प्रोजेक्ट के बाद अब फिनटेक सिटी प्रोजेक्ट यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह की प्राथमिकता में शामिल है। फिनटेक सिटी प्रोजेक्ट के लिए कंसलटेंट कंपनी का चयन कर लिया गया है। डीपीआर तैयार करने पर लगभग 1 करोड़ 15 लाख रुपये खर्च होंगे। फिनटेक सिटी को सिंगापुर, दुबई और यूके की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।
पांच कंपनियों ने डाले थे टेंडर
फिनटेक सिटी को विकसित करने के लिए यमुना प्राधिकरण ने बीते दिनों आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) निकाला है। टेंडर प्रक्रिया में शामिल होकर पांच कंपनियों ने अपने प्रस्ताव दिए थे। इन कंपनियों में सीबीआरई साउथ एशिया प्रा.लि., ट्रैसटिबल इंजीनियरिंग प्रा.लि., कुशमैन एंड वेकफील्ड इंडिया प्रा.लि., वोयेंटह्यस सोल्यूशन प्रा.लि. एवं जोन्स लंग लासैले प्रापर्टी कंसलटेंट इंडिया प्रा.लि. शामिल है। टेक्निकल बिड में सभी कंपनियों ने क्वालिफाई किया था। फाइनेंशियल बिड में सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी कुशमैन एंड वेकफील्ड इंडिया को डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सेक्टर-13 में बसेगा फिनटेक सिटी
यीडा सिटी के सेक्टर-13 में फिनटेक सिटी बसाने की योजना तैयार की गई है। इस प्रोजेक्ट की डीपीआर कुशमैन एंड वेकफील्ड इंडिया तैयार करेगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास 250 एकड़ में फिनटेक सिटी बसाए जाने की तैयारी चल रही है। प्रथम चरण में 100 एकड़ में विकसित की जाएगी। कंपनी 40 दिन में स्टडी रिपोर्ट और डिटेल प्राजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेगी। फिनटेक सिटी को किस मॉडल पर विकसित किया जाना सही होगा, क्या- क्या सुविधाएं होंगी, इस तरह की कंपनियां होंगी, इसकी पूरी डिटेल तैयार की जाएगी।
इन कंपनियों को फिनटेक सिटी में मिलेगी जगह
उत्तर भारत की पहली फिनटेक सिटी को वर्ल्ड लेवल पर स्थापित करने की योजना है। फिनटेक सिटी में आॅनलाइन बैंकिंग, निवेश, रिसर्च, क्रॉउड फंडिंग, डिजिटल मनी, स्टॉक एक्सचेंज, बीमा कंपनियां, शॉपिंग सेंटर, ई-पेमेंट गेटवे प्लेटफॉर्म जैसी निजी व सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थाओं को भूखंड आवंटित किए जाएंगे। आईएमएफ, वर्ल्ड बैंक जैसी संस्थाओं को भी यहां लाने के लिए प्रयास होगा।