निवेश और रोजगार के अवसर लाएंगे फूड और आयुर्वेद पार्क

पतंजलि के महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट पर अप्रैल से शुरू होगा काम

ग्रेटर नोएडा। पतंजलि के मेगा फूड पार्क और आयुर्वेद पार्क का काम जल्द आरंभ हो जाएगा। इसके लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं। यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सेक्टर-24 व 24 ए में यह प्रोजेक्ट धरातल पर उतारा जाना है। दोनों प्रोजेक्ट करीब 430 एकड़ में अस्तित्व में लाए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट से कृषकों को जोड़कर उनकी आमदनी को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें 1400 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश होगा। इसके बाद 70 हजार से ज्यादा नागरिकों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिल सकेगा। यानी मेगा फूड पार्क और आयुर्वेद पार्क रोजगार के अवसर भी बढ़ाएंगे। यमुना विकास प्राधिकरण ने पतंजलि समूह को दिसंबर 2016 में 430 एकड़ भूमि आवंटित की थी। इसमें 300 एकड़ मेगा फूड पार्क के लिए और 130 एकड़ भूमि आयुर्वेद पार्क के काम आएगी। राज्य सरकार ने ग्रेटर नोएडा में पतंजलि समूह के प्रस्तावित मेगा फूड पार्क को सब्सिडी दी है। लीज व आवंटन की शर्तों के मुताबिक 5 साल में प्रोजेक्ट पूर्ण हो जाना चाहिए। पतंजलि समूह की परियोजना में चारदीवारी हो चुकी है। शेड भी बनाए जा चुके हैं, मगर बाद में निर्माण कार्य रूक गया था। यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह और आचार्य बालकृष्ण के बीच फोन पर परियोजना के संबंध में चर्चा हुई है। आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि अप्रैल के पहले सप्ताह में निर्माण कार्य आरंभ हो जाएगा। इस साल के अंत तक निर्माण कार्य कार्य पूरा कर उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा। पतंजलि समूह 300 एकड़ में मेगा फूड पार्क स्थापित करेगा। यह प्रोजेक्ट केंद्र सरकार से भी स्वीकृत है। इसमें प्रोसेसिंग यूनिट, कोल्ड चेन आदि स्थापित की जाएगी। इसमें आचार फ्रूट कैंडी, टोमेटो केचप, फलों के जूस आदि का उत्पादन भी किया जाएगा। गेहूं, चावल, फल भी घर-घर तक पहुंचाए जाएंगे। इसमें मुख्य कंपनी पतंजलि की रहेगी। पतंजलि समूल 130 एकड़ में आयुर्वेद पार्क की स्थापना करेगा। पतंजलि ने हरिद्वार में इस प्रकार की यूनिट स्थापित कर रखी है। यहां पर आयुर्वेद दवाओं का उत्पादन किया जाएगा। इसका कच्चा माल किसानों से लिया जाएगा। इस परियोजना से सीधे तौर पर किसानों को जोड़ा जाएगा ताकि उन्हें लाभ मिले। पतंजलि समूह की इन परियोजनाओं से बाबा रामदेव किसानों को भी जोड़ेंगे। इस परियोजना में फल-सब्जी, औषधियों और कृषि उत्पादों को प्रोसेस कर खाद्य सामग्री और दवाएं बनाई जाएंगी। ग्रेटर नोएडा की इस परियोजना का उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, हरियाणा समेत कई राज्यों के किसानों को लाभ मिलेगा। पतंजलि समूह को भूमि आवंटन किस्तों पर किया गया है। कंपनी अभी अपनी किस्तें दे रही हैं। कंपनी ने सोमवार को प्राधिकरण में 67 करोड़ रुपये जमा कराए हैं। उधर, सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है कि
पतंजलि समूह अपनी परियोजनाओं को पूरा करने हेतु अप्रैल के पहले सप्ताह में निर्माण कार्य आरंभ करेगा। इस साल के अंत तक निर्माण कार्य पूर्ण होकर उत्पादन शुरू हो जाएगा।