हेरिटेज सिटी : पर्यटन को प्राथमिकता, डीपीआर में बदलाव

सांस्कृतिक गतिविधियों का भी केंद्र होगा यह स्थल

ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे प्रस्तावित राजा हेरिटेज सिटी की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) में बदलाव किया गया है। हेरिटेज सिटी को ज्यादा बेहतर बनाने के लिए यह संशोधन किए गए हैं। यह स्थल भविष्य में पर्यटन और सांस्कृतिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बनेगा। इसके लिए प्रत्येक बिंदु पर आवश्यक विचार-विमर्श किया जा रहा है। प्रोजेक्ट के पहले चरण में रिवर फ्रंट और सांस्कृतिक धरोहरों को विकसित किया जाएगा। यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे राजा हेरिटेज सिटी को धरातल पर उतारने की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। ऐसे में इस प्रोजेक्ट की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) में कुछ संशोधन किए गए हैं।

यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) निर्माता कंपनी को सभी तथ्यों से अवगत करा दिया है। कंपनी अब जल्द दोबारा डीपीआर सौंपेगी। यमुना प्राधिकरण ने 9 हजार हेक्टेयर में राया (मथुरा) में हेरिटेज सिटी विकसित करने की योजना बनाई है। इसके लिए सीबीआरई कंपनी को डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सीबीआरई कंपनी ने सोमवार को यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के समक्ष डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) का प्रजेंटेशन दिया। इसमें कुछ संशोधन कराए गए हैं। कंपनी द्वारा तैयार डीपीआर में व्यवसायिक गतिविधियों को प्राथमिकता दी गई है।

यमुना प्राधिकरण ने इस पर आपत्ति जताई है। प्राधिकरण के अधिकारियों ने कंपनी से कहा है कि डीपीआर में पर्यटन और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसे ध्यान में रखकर डीपीआर बनाएं। अब सीबीआरई कंपनी के अधिकारी पुन: डीपीआर तैयार करेंगे। इस रिपोर्ट में पर्यटन और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा। यमुना प्राधिकरण हेरिटेज सिटी के पहले चरण में रिवर फ्रंट और सांस्कृतिक धरोहरों को विकसित कराएगा। पर्यटन जोन 731 हेक्टेयर और रिवर फ्रंट 109 हेक्टेयर में विकसित होना है। इसमें ब्रज भूमि के सांस्कृतिक और पर्यटन को केंद्र में रखा जाएगा।