जेवर एयरपोर्ट : टर्मिनल और सपोर्ट बिल्डिंग का निर्माण शुरू, विद्युत सब स्टेशन भी तैयार

ग्रेटर नोएडा। नामचीन टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) के निर्माण से जुड़ी जिम्मेदारी पर काम आरंभ कर दिया है। टर्मिनल और सपोर्ट बिल्डिंग का निर्माण आरंभ कर दिया गया है। इसके पहले चारदीवारी का काम शुरू कराया गया था। एयरपोर्ट परिसर में बिजली की प्रारंभिक आवश्यकता को पूरा करने पर भी ध्यान दिया गया है। इसके तहत 11 केवी क्षमता का सब स्टेशन तैयार किया गया है। देश के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण का काम निर्धारित अवधि में पूर्ण कराने के लिए प्रयास तेज हो गए हैं।

जेवर एयरपोर्ट का संचालन शुरू होने में अभी समय लगेगा, मगर इसकी ख्याति देश-दुनिया में पहुंच चुकी है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने स्विस कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी को एयरपोर्ट विकसित करने का दायित्व सौंपा है। भारत में कार्य करने को स्विस कंपनी ने यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एसपीवी का गठन किया है। यह कंपनी अब कार्य कर रही है। जेवर एयरपोर्ट के निर्माण के लिए वाईआईएपीएल ने टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को यह जिम्मेदारी सौंपी है। गुणवत्ता और समय पर काम पूरा कराने के लिए केंद्र सरकार की कंपनी इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

कंपनी ने अपनी पहली रिपोर्ट नियाल को सौंप दी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग का काम शुरू कर दिया है। साथ ही सपोर्ट बिल्डिंग का काम शुरू किया गया है। एयरपोर्ट की चारदीवारी का काम पूरा हो चुका है। बिजली की प्रारंभिक जरूरतों को पूरा करने के लिए एयरपोर्ट साइट पर 11 केवी का सब स्टेशन बना दिया गया है। इसी से एयरपोर्ट की प्रारंभिक जरूरतें पूरा होंगी। एयरपोर्ट से सितंबर 2024 तक उड़ान शुरू हो जाएंगी। वहीं, एयरपोर्ट में तेल भंडारण के लिए टैंक आदि बनाए जाएंगे। इसके लिए यूज ऑफ एक्सप्लोसिव का लाइसेंस लेना पड़ेगा। यह लाइसेंस इसी साल अगस्त तक मिल जाएगा।