जेवर एयरपोर्ट के दूसरे चरण का रास्ता साफ, 60 प्रतिशत से अधिक किसानों ने दी सहमति

ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए 60 प्रतिशत से अधिक किसानों ने अपनी सहमति दे दी है। सहमति का आकड़ा 70 प्रतिशत के पार होते ही अधिग्रहण के लिए धारा-11 की कार्यवाही शुरू हो जाएगी। किसानों को मुआवजा देने के बाद जमीन पर कब्जा ले लिया जाएगा।

जेवर एयरपोर्ट के दूसरे चरण में 1365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। दूसरे चरण में गांव करौली बांगर की 159 हेक्टेयर, दयानतपुर की 145, कुरैब की 326, रन्हेरा की 458, मुंढहर की 46 और बीरमपुर की 49 हेक्टेयर जमीन ली जानी है। जिसके लिए किसानों से सहमति ली जानी है। इसमें 7164 किसान हैं। इन किसानों से सहमति ली जानी है। 70 प्रतिशत किसानों की सहमति के बाद ही जमीन अधिग्रहण के लिए धारा-11 की कार्यवाही होती है। इस आंकड़ा को छूने के लिए 5015 किसानों की सहमति जरूरी है।

जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह के साथ ही प्रशासन, यमुना प्राधिकरण के अधिकारी भी इस काम में जुटे हुए हैं। अब तक करीब 4200 किसानों की सहमति हो चुकी है। लगभग 60 प्रतिशत किसान अपनी सहमति दे चुके हैं। जल्द ही 70 प्रतिशत का आंकड़ा भी पार हो जाएगा। दूसरे चरण में एक रवने, एमआरओ हब और एविएशन हब विकसित किया जाना है। इसके लिए भी ग्लोबल टेंडर निकाला जाएगा।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के अधिकारियों का कहना है कि जमीन पर कब्जा मिलने के बाद तीन महीने में ग्लोबल टेंडर निकाल दिए जाएंगे। एमआरओ (मेंटीनेंस, रिपयेरिंग एंड ओवरहालिंग) के लिए बड़ी विदेशी कंपनियों को लाने की योजना है। जमीन अधिग्रहण के बदले किसानों को 2,890 करोड़ का मुआवजा बांटा जाएगा। यह मुआवजा करौली बांगर, दयानतपुर, कुरैब, रन्हेरा, मुंढरह और बीरमपुर के किसानों को मिलेगा। मुआवजा सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजा जाएगा। पहले चरण में भी किसानों के खाते में ही पैसा भेजा गया था।