यमुना प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2041 को जल्द मिलेगी स्वीकृति सिर्फ दो लोगों ने दर्ज कराई आपत्ति

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण के मास्टर प्लान-2041 को जल्द स्वीकृति मिल जाएगी। मास्टर प्लान को लेकर यमुना प्राधिकरण को सिर्फ दो आपत्तियां मिली है। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है कि आपत्तियों के निस्तारण के बाद उसे स्वीकृति के लिए शासन को भेजा जाएगा। शासन की अनुमति के बाद नये मास्टर प्लान को लागू कर दिया जाएगा। मास्टर प्लान 2041 में बुलंदशहर व गौतमबुद्ध नगर के 131 गांवों को शामिल किया गया है। मास्टर प्लान में 13 प्रतिशत से बढ़ाकर 23 प्रतिशत कर दिया है। 24 अगस्त को हुई यमुना प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में मास्टर प्लान की स्वीकृति के बाद प्राधिकरण ने लोगों से आपत्ति मांगी थीं।

मास्टर प्लान 2041 को लेकर पहली आपत्ति नोएडा के चौड़ा रघुनाथपुर के एक व्यक्ति ने दर्ज कराया है। इनका कहना है कि मास्टर प्लान में दादरी के जारचा क्षेत्र का जिक्र किया है। लेकिन यह यमुना प्राधिकरण में अधिसूचित ही नहीं है। दूसरी आपत्ति श्री राधे जी लैंड सल्यूशन प्रा. लि. की ओर से दर्ज कराई गई है। दूसरे आपत्तिकर्ता ने अपनी जमीन को अधिग्रहण क्षेत्र से बाहर रखने की मांग की है। मास्टर प्लान को यमुना प्राधिकरण की ऑफिशियल वेबसाइट पर अपलोड किया गया था और प्राधिकरण कार्यालय में भी आम लोगों के लिए इसे उपलब्ध कराया गया था। यमुना प्राधिकरण के फेज वन में गौतमबुद्ध नगर व बुलंदशहर जिले का अधिसूचित क्षेत्र शामिल है। मास्टर प्लान 2041 में यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक विकास और अधिक से अधिक हरित क्षेत्र बनाने पर जोर दिया गया है।

ग्रीनरी के साथ शहर होंगे हाईटेक
मास्टर प्लान-2041 में हरित क्षेत्र को ज्यादा प्राथमिकता दी गई है। ताकि यहां रहने वाले लोगों को बेहतर हवा-पानी मिल सके। इसके लिए ग्रीन बफर जोन (हरित क्षेत्र) विकसित किया जाएगा। इसमें यमुना नदी, अन्य जल श्रोत, वेट लैंड व वन विभाग के क्षेत्र को आपस में जोड़ा जाएगा। यह क्षेत्र करीब 4500 हेक्टेयर का होगा। इससे शहर हरा-भरा होगा और वायु प्रदूषण की समस्या नहीं रहेगी।

औद्योगिक क्षेत्र होगा दोगुना
मास्टर प्लान में पहली बार हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को नए भू उपयोग की श्रेणी में रखा गया है। इसके अलावा मास्टर प्लान में औद्योगिक क्षेत्र को दोगुना कर दिया गया है। नए मास्टर प्लान में 32167 हेक्टेयर क्षेत्र प्रस्तावित किया गया है। यमुना प्राधिकरण ने मार्स कंपनी से मास्टर प्लान-2041 को तैयार करवाया है।

ग्रीन बफर जोन में वाटर बॉडीज को संरक्षित करने पर जोर
मास्टर प्लान-2041 में 32167 हेक्टेयर एरिया प्रस्तावित किया गया है। मास्टर प्लान में ग्रीन सिटी भी प्रस्तावित की गई है। इसके अलावा पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में बस, साइकिल ट्रैक, पाथवे आदि प्रस्तावित हैं। जेवर एयरपोर्ट के आस-पास लॉजिस्टिक सुविधा विकसित करने की बात कही गई है। ग्रीन बफर जोन में वाटर बॉडीज को संरक्षित किया जाएगा। एयरपोर्ट के आस-पास शहर विकसित करने की प्लानिंग की गई है। औद्योगिक इकाइयों में काम करने वालों के लिए सस्ते मकान भी प्रस्तावित किए गए हैं।