गाजियाबाद के इस अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ने शहर वासियों को एक बार फिर किया गौरवान्वित

– 50 किमी की दौड़ में अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही सागर कसाना ने जीता कांस्य पदक

गाजियाबाद। अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही सागर कसाना जहां गत वर्ष माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराकर देश को गौरवान्वित कर चुके हैं, वही अब 21 नवंबर को एक और उपलब्धि को अपने नाम के साथ जोड़ते हुए उत्तराखंड के पहाड़ी रास्तों में 50 किलोमीटर अल्ट्रा वारियर्स मैराथन दौड़ को छह घंटे 55 मिनट में तय करते हुए कांस्य पदक हासिल किया है। उत्तराखंड में नैनीताल के पहाड़ों और जंगलों के उबड़-खाबड़ रास्तों में अल्ट्रा वॉरियर्स 2020 की 50 किलोमीटर मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। इसमें देश भर के 58 मैराथन धावकों ने प्रतिभाग किया। इसमें गाजियाबाद निवासी अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही एवं माउंट एवरेस्ट विजेता सागर कसाना भी शामिल रहे। गत 21 नवंबर को आयोजित मैराथन दौड़ को उन्होंने छह घंटे 55 मिनट में पूरा करते हुए कांस्य पदक हासिल किया। वह पिछले 15 दिनों से मैराथन दौड़ प्रतियोगिता के लिए हिमाचल प्रदेश के मनाली में हर रोज 20 किमी दौड़कर अभ्यास कर रहे थे। सागर कसाना ने कांस्य पदक जीतकर स्वच्छता और फिट इंडिया मूवमेंट का संदेश दिया। सागर कसाना 22 वर्ष की उम्र में पर्वतारोही के साथ-साथ एथलीट भी बन गए। बता दें कि हाल ही में उन्हें नगर निगम गाजियाबाद की ओर से भी सम्मानित किया गया था।

मैराथन दौड़ से पहले सागर कसाना ने लगातार नौ दिन हिमाचल प्रदेश के मनाली में दौड़ का अभ्यास किया, जिसमें उन्होंने प्रतिदिन 15 से 20 किमी दौड़ लगाई। इस दौरान उनके पांव में छाले पड़े, लेकिन उन्होंने उत्साह और जोश को बरकरार रखा।