बसपा की सभी कमेटियां भंग, मायावती का कड़ा निर्णय, हार पर मंथन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में शर्मनाक हार के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती बेहद बेचैन और परेशान नजर आ रही हैं। चुनावी हार के कारणों की समीक्षा करने के बाद मायावती ने रविवार को पार्टी की सभी इकाइयों को तत्काल प्रभाव से भंग करने का निर्णय। समीक्षा बैठक में पराजित सभी 402 उम्मीदवारों को बुलाया गया। उम्मीदवारों के साथ विभिन्न बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया। माना जा रहा है कि बसपा की मजबूती के लिए मायावती जल्द कुछ और बड़े कदम उठा सकती हैं।

यूपी विधान सभा चुनाव में बसपा को सिर्फ एक सीट पर जीत मिल पाई थी। बसपा ने सभी 403 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। चुनाव प्रचार में मायावती ने भी खासी भाग-दौड़ की थी, मगर नतीजे अनुकूल नहीं आ पाए। बसपा सुप्रीमो ने रविवार को हार के कारणों की समीक्षा के लिए बैठक आयोजित की। इस बैठक में उन सभी प्रत्याशियों को बुलाया गया, जो चुनाव में हार गए हैं। बैठक के दौरान मायावती ने बसपा की सभी इकाइयों को भंग कर दिया।

उधर, राजनीति के जानकारों का कहना है कि वर्तमान में बसपा अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। पार्टी का अस्तित्व लगभग समाप्त होने की कगार पर पहुंच गया है। बसपा के वोट बैंक का एक बड़ा हिस्सा भी भाजपा और अन्य दलों में खिसक चुका है। समीक्षा बैठक में बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव 2024 के संबंध में भी चर्चा की। 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने सपा के साथ गठबंधन किया था। इसके बावजूद पार्टी महज 10 सीट जीत पाई थी।