निगम ठेकेदार और इंजीनियर को नोटिस जारी, विजयनगर हादसे की जांच रिपोर्ट आई सामने

विजय नगर हादसे की आई जांच रिपोर्ट, कमजोर थी स्कूल की दीवार, जांच रिपोर्ट के मुताबिक ठेका फर्म के कर्मचारियों ने बरती थी लापरवाही

गाजियाबाद। विजय नगर में निर्माणाधीन नाले की खुदाई के दौरान पब्लिक स्कूल की दीवार ढहने से 3 मजदूरों की मौत होने के मामले में नगर निगम की जांच पूरी हो गई है। जांच रिपोर्ट के बाद ठेकेदार और अवर अभियंता को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि रैनबो पब्लिक स्कूल प्रताप विहार की दीवार कमजोर होने के कारण यह हादसा हुआ। उधर, इस प्रकरण में पुलिस में ठेका फर्म के दो कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। उधर, जांच रिपोर्ट आने के बाद नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं देने पर ठेकेदार और जूनियर इंजीनियर के खिलाफ भी कार्रवाई  हो सकती है।

बता दें कि प्रताप विहार में 22 मार्च की देर रात निर्माणाधीन नाले की दीवार एकाएक भरभरा कर गिर पड़ी थी। मलबे की चपेट में 5 मजदूर आ गए थे। हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई थी। प्रताप विहार में न्यू रेनबो पब्लिक स्कूल के पास नाले का निर्माण कराया जा रहा था। यह कार्य नगर निगम ने शुरू कराया था। देर रात कार्य के दौरान पब्लिक स्कूल की बीस साल पुरानी कमजोर दीवार अचानक ढह गई थी। ऐसे में 5 मजदूर मलबे में दब गए थे। हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस और दमकल विभाग की टीमें पहुंचीं। पुलिस व दमकल कर्मियों ने राहत एवं बचाव कार्य आरंभ कर मलबे में दबे मजदूरों को बाहर निकाल कर जिला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया था।

जहां डॉक्टरों ने तीन मजदूरों को मृत घोषित कर दिया था। हादसे में मुनकेश पुत्र मोहसीन, तौफीक पुत्र दाऊद और तहर पुत्र शमशाद निवासी बिहार की मौत हो गई थी। इसके अलावा साबिर और मेराजुद्दीन गंभीर रूप से घायल थे। नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने इस घटना का संज्ञान लेकर जांच के लिए कमेटी का गठन किया। मुख्य अभियंता निर्माण एनके चौधरी और महाप्रबंधक जल आनंद त्रिपाठी को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। इस कमेटी ने नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर को जांच रिपोर्ट सौंप दी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर नगर निगम ने ठेकेदार और क्षेत्रीय अवर अभियंता को नोटिस जारी किया है।

जांच में यह बात भी सामने आई है कि रैनबो पब्लिक स्कूल की दीवार कमजोर थी। जिस कारण यह दीवार भरभरा कर गिर पड़ी। 30 मीटर लंबी दीवार में कोई भी कॉलम व बीम नहीं था। बिना कॉलम, नीव व बीम के दीवार खड़ी करा दी गई थी। ठेका फर्म ने भी कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए बगैर देर रात काम में लगा रखा था। जांच रिपोर्ट में ठेका फर्म के कर्मचारी इमरान और इसरार की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं। इन लोगों ने निगम अधिकारियों को बताएं बगैर रात में कम करना शुरू कर दिया था।