लूट,डकैती की वारदातों पर रोक के लिए एसएसपी ने की अपील

रात पुलिस वर्दी में आए तो नहीं खोले दरवाजा

यूपी-112,चौकी प्रभारी,थाना प्रभारी या एसपी,एसएसपी का नंबर करें डायल

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। जिले में आए दिन रात में होने वाली लूट,डकैती एवं अन्य वारदातों को लेकर अब अपराधियों से निपटने के लिए प्लानिंग कर रही है। एसएसपी कलानिधि नैथानी का कहना है कि अपराधी नित नए तरीके अपना रहे हैं। इसीलिए रात में यदि कोई खुद को पुलिस बताकर आपके घर में घुसने का प्रयास करता है तो आश्वस्त होने के बाद ही दरवाजा खोलें। एसएसपी ने अपील करते हुए कहा कि रात में कोई दरवाजा खटखटाकर खुद को पुलिस बताए तो फिर आप भी पुलिस को बुलाएं। तुरंत यूपी-112 पर काल करें। नहीं मिले तो तुरंत अपने चौकी प्रभारी,थाना प्रभारी या एसपी,एसएसपी का नंबर डायल करें। मगर मकान का दरवाजा न खोलें,बीते दो अक्टूबर को मोदीनगर में खाकी वर्दी में आए बदमाश कारोबारी समीर सिद्दीकी के घर दाखिल हो गए थे। कोरोना और लाकडाउन के प्रभाव हर क्षेत्र में होने के चलते अब बदमाश भी पुलिस वर्दी का फायदा उठा रहे है। इसलिए बदमाशों ने भी अपराध के तरीके में बदलाव किया है। चोरी, लूट व डकैती की घटनाओं में बरामदगी के लिए अक्सर रात में ही संभावित ठिकानों पर दबिश देती है ताकि रात के अंधेरे अपराधी किसी से मदद न मांग सके। साथ ही पता न चले कि कहां से गिरफ्तारी और कहां से बरामदगी हुई है। पुलिस के इसी तरीके का अब बदमाश गलत फायदा उठा रहे हैं। पुलिस की ही तरह धमकी भरे लहजे में बात करेंगे। किसी ऐसी घटना के बारे में कहेंगे, जिसकी आपको जानकारी नहीं होगी। यकीन दिलाने के लिए थाना व चौकी समेत पुलिस की कार्यप्रणाली से जुड़े शब्दों का प्रयोग करेंगे। मोदीनगर में भी कारोबारी समीर की मां संजीदा से बदमाशों ने इसी तरह बातचीत की थी। एसएसपी ने कहा कि मिर्च पाउडर रखने के साथ एक साथ रहे। यूपी-112 पर काल कर जानकारी दें। यदि दरवाजा खोलते हैं तो उससे पहले तैयारी कर लें। घर में मौजूद सभी सदस्य इक_े हो जाएं। घर में यदि बच्चे हों तो उन्हें किसी एक व्यक्ति के साथ कमरे में बंद कर बाहर से ताला लगा दें। मिर्च पाउडर और डंडा या रॉड ले लें ताकि पुलिस के वेश मे यदि बदमाश हों तो उनसे खुद ही निपट सकें। बदमाशों के बदलते तरीके के चलते खुद को सुरक्षित रखने के लिए कुछ नंबर अपने पास जरूर रखें। यूपी-112 के अलावा अपने क्षेत्र के बीट कांस्टेबल, चौकी प्रभारी व थाना प्रभारी का नंबर जरूर रखें। साथ ही एसपी सिटी या एसपी ग्रामीण और एसएसपी का भी नंबर मोबाइल में सेव रखें। आपात स्थिति में यदि यूपी-112 नहीं लगता तो इनके नंबर पर फोन करें। ऐसा करने से बदमाश भाग जाएंगे। कोशिश करें कि आसपास के 4-5 घरों के लोग बाहर निकलकर आपके घर तक आएं। ऐसा होता है तो पुलिस के वेश में यदि बदमाश होंगे तो वे भाग जाएंगे क्योंकि बदमाश शोर व भीड़ से बचकर वारदात करते हैं। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि अपराधी नित नए तरीके अपना रहे हैं। इसीलिए रात में यदि कोई खुद को पुलिस बताकर आपके घर में घुसने का प्रयास करता है तो पूरी पुष्टि होने के बाद ही दरवाजा खोलें। यूपी-112 से लेकर चौकी व थाना प्रभारी को काल करें। पड़ोसियों को बुलाएं। कोई भी व्यक्ति अपने घर का तुरंत दरवाजा न खोलें।