यूपी में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन का मुद्दा गर्माया

-अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने लखनऊ में सरकार के कई मंत्रियों से की चर्चा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन के लिए एक बार फिर मुहिम तेज हो गई है। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने मंगलवार को लखनऊ में एक दिवसीय दौरे पर उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, स्टांप, न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन मंत्री रविंद्र जायसवाल, बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह, चिकित्सा व शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन संबंधी विभिन्न मुद्दों को लेकर वार्ता की।

राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने अवगत कराया कि ब्राह्मण समाज के कल्याण के लिए संगठन स्तर से निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में आज ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन की जरूरत है। जिसे लेकर पूर्व में भी कई बार पत्राचार और वार्ता की जा चुकी है। मगर अभी तक यूपी सरकार की ओर कोई सरात्मक पहल नही हुई है। कल्याण बोर्ड का गठन होने से ब्राह्मणों को अपनी समस्याओं के निस्तारण के लिए दर-दर की ठोकर नही खानी पड़ेगी।

बोर्ड के जरिए ज्वलंत समस्याओं का आसानी से समाधान हो सकेगा। उन्होंने अवगत कराया कि राजस्थान सरकार ने ब्राह्मण कल्याण बोर्ड गठित कर दिया है। राजस्थान में यह बोर्ड जल्द अपना काम शुरू कर देगा। मगर अभी तक यूपी में इसका गठन नही हुआ है। सभी ने इस मांग का समर्थन करते हुए समुचित कार्यवाही का भरोसा दिलाया। इस दौरान उन्होंने लखनऊ में ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की।

उन्होंने कहा कि एससी/एसटी एक्ट का दुरुपयोग कर जिस तरह ब्राह्मण समाज का उत्पीडऩ किया जा रहा है, इसका मुकाबला ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन होने पर ही संभव है। ब्राह्मण समाज की एकजुटता बेहद जरूरी है। संगठित रहकर ही हम खुद की और समाज की रक्षा कर सकते है। तरुण मिश्र ने कहा कि आज जिस तरह से एससी/एसटी एक्ट का दोहन हो रहा है। अगर यही हाल रहा तो ब्राह्मण समाज खुद की रक्षा भी करने में असमर्थ हो जाएगा। एससी/एसटी एक्ट जवाब ब्राह्मण कल्याण बोर्ड ही दे पाएगा। क्योंकि ब्राह्मणों का काम लड़ाई और झगड़ा करना नही है। ब्राह्मणों
इसका मुंहतोड़ जबाव देने और मुकबला करने में सक्षम होगा।

हालांकि ब्राह्मणों का यह काम नहीं हैं कि वो किसी से लड़ाई करें या उन्हें तोड़ें बल्कि एकजुटा होनी चाहिए, मगर एससी/एसटी एक्ट के जरिए यदि कोई हमला किया जाएगा तो ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के जरिए मुकाबला किया जा सकेगा। ब्राह्मण समाज की भावी पीढ़ी संस्कार और सभ्यता से भटक रही है। उसे सही राह दिखानी होगी। उन्होंने कहा कि अब समाज के भी लोगों को एक छत के नीचे लाकर जागृति लाने का बीड़ा उठाया गया है।

आदिकाल से ही ब्राह्मणों का दर्जा सबसे ऊपर माना जाता है वह वंदनीय और पूजनीय हैं। समाज को सही राह दिखाने का कार्य सदैव ब्राह्मण समाज ने किया है। ब्राह्मण समाज ने सदैव समाज के हित को ध्यान में रखते हुए कार्य किया है। अब यूपी सरकार को भी जरुरत है कि ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन करें, जिससे ब्राह्मण समाज और मजबूत बन सकें।