अलर्ट: अभी तक नहीं पकड़ा गया तेंदुआ, गाजियाबाद के डीएम ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से घरों में रहने की अपील की 

जीडीए उपाध्यक्ष के आवास में छिपा था तेंदुआ, अब तक नहीं मिला, ढूंढने में जुटा बन विभाग

गाजियाबाद। गाजियाबाद के कविनगर क्षेत्र में तेंदुआ (लेपर्ड) के होने की सूचना सही है। जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है। जिलाधिकारी के निर्देश पर वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा तेंदुए को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। मंगलवार रात 10 बजे खबर लिखे जाने तक तेंदुआ को पकड़ने में वन विभाग को कोई सफलता नहीं मिली थी। जिलाधिकारी ने सभी क्षेत्र वासियों से आह्वान किया है कि सभी नागरिक अपनी सुरक्षा की दृष्टि से घरों में रहें। बच्चों को बाहर ना निकलने दें। लेपर्ड को पकड़ने के लिए मेरठ एवं दिल्ली से बुलाई गई टीम वन विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर कार्रवाई कर रही है।

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जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय को ज्ञात हुआ कवि नगर क्षेत्र में लेपर्ड को देखा गया है। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने इसे तत्काल गंभीरता के साथ लिया और वन विभाग की टीम मौके पर भेजा। वन विभाग की टीम द्वारा कवि नगर क्षेत्र में लेपर्ड होने की पुष्टि सुनिश्चित की गई है। इस संबंध में जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के द्वारा वन विभाग के अधिकारियों को तत्काल निर्देश दे दिए गए हैं कि लेपर्ड को पकड़ने की कार्रवाई तत्काल आरंभ करते हुए सुनिश्चित की जाए ताकि सभी क्षेत्र के नागरिक सुरक्षित रहें। जिलाधिकारी ने उदय भूमि समाचार पत्र को बताया कि लेपर्ड को पकड़ने के लिए मेरठ एवं दिल्ली की टीम बुलाई गई है जो जनपद में पहुंच गई है और उसके द्वारा लेपर्ड को पकड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने लोगों से अपील की है कि वह सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए घरों में रहे और अलर्ट रहें। लेपर्ड पकड़ने में एक्सपर्ट टीम लगी हुई है और लेपर्ड को पकड़ने के उपरांत सभी को इसकी जानकारी दी जाएगी।

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शहर की पॉश कॉलोनी राजनगर में आज तेंदुआ दिखाई दिया। इसके बाद आनन-फानन में पुलिस-प्रशासन और वन विभाग के अधिकारियों ने मौके पर भ्रमण किया। वन विभाग की टीम ने आस-पास के क्षेत्रों में कॉम्बिंग शुरू की है। इंग्राहम इंस्टीट्यूट में वन विभाग की मेरठ और दिल्ली से बुलाई गई टीमों ने डेरा डाल लिया है। तेंदुए को पकडऩे के लिए तीन पिजरे भी इंग्राहम इंस्टीट्यूट परिसर में रखे गए हैं। तेंदुआ के राजनगर में होने की सूचना मिल रही है। तेंदुआ सबसे पहले इंग्राहम इंस्टीट्यूट की दीवार फांदकर सीधे जीडीए उपाध्यक्ष के आवास में दाखिल हो गया। वहां पर वह जनरेटर रूम में छुप गया। स्वीपर हरिमोहन जब मोटर चलाने जनरेटर रूम में पहुंचा तो तेंदुए को देखकर चिल्ला पड़ा।

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हरिमोहन पर तेंदुए ने हमला करना चाहा, मगर उसके साथियों ने तेंदुआ पर लाठी चला दी। इससे डरकर वह आवास से बाहर निकलने लगा और पेड़ पर चढ़कर राजकुंज की तरफ सड़क पर कूद गया। वहां वह सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा उस समय कार्यालय में थीं। उन्होंने सूचना मिलने पर पुलिस-प्रशासन और वन विभाग को इसकी जानकारी दी। उधर, इंग्राहम इंस्टीट्यूट परिसर में रह रहे परिवार दहशत में हैं।

माली अशोक ने खुद की जान खतरे में डालकर अपने साथी हरिमोहन की ही नहीं, बल्कि 10 से अधिक लोगों की जान बचाई। दरअसल जीडीए वीसी आवास पर माली के तौर पर तैनात अशोक कुमार ने मंगलवार को तेंदुआ देखकर भागने के बजाय उससे सीधा मुकाबला किया। जैसे ही सफाई कर्मचारी हरिमोहन की तरफ तेंदुआ झपटा तो माली अशोक ने उसका ध्यान भटकाने के लिए लाठियों से वार किया। अशोक ने बताया कि लगातार दस लाठी लगने से तेंदुआ हरिमोहन को छोड़कर उसकी तरफ झपटा, लेकिन उसके आक्रामक रुख को भांपकर रास्ता बदल दिया और सीधे बाहर की तरफ भाग गया।