सिर्फ एक फोन कॉल पर नगर निगम करेगा समस्याओं का समाधान

– हाईटेक कंट्रोल रूम शुरू करने वाला प्रदेश का पहला नगर निगम बना गाजियाबाद

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। कुछ अतिरिक्त करने से पहले यदि बुनियादी चीजों को ठीक कर दिया जाये तो उससे बेहतर कुछ औैर नहीं हो सकता। गाजियाबाद नगर निगम इसी सिद्धांत पर अमल करते हुए आगे बढ़ रहा है। शहर की साफ-सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के साथ-साथ अब जन-सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की तरफ कदम बढ़ाया जा रहा है। नगर निगम मुख्यालय में हाईटेक कंट्रोल रूम स्थापित किया है। जहां सिर्फ एक फोन कॉल करने पर जन शिकायतों एवं समस्याओं का निस्तारण होगा। कंट्रोल रूम का फोन नंबर सुबह से लेकर शाम तक चालू रहेगा और कंट्रोल रूम में दर्ज होने वाली शिकायतों का निस्तारण 72 घंटों के भीतर किया जाएगा। मेयर आशा शर्मा और म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर ने सोेमवार को नगर निगम के हाईटेक कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया। हाईटेक कंट्रोल रूम स्थापित करने वाला गाजियाबाद प्रदेश का पहला नगर निगम है जिसने इस सुविधा की शुरूआत की है। कंट्रोल रूम के उद्घाटन अवसर पर अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार, आरएन पांडेय, एसबीएम के नोडल अधिकारी अरूण कुमार मिश्रा, चीफ इंजीनियर मोइनुद्दीन, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अनुज कुमार सिंह, एग्जयूकेटिव इंजीनियर देशराज सिंह, मनोेज प्रभात, एएओ जेपी सिंह, एमएनएलपी अरुण कुमार सिंह, आईटी ऑफिसर मुबारक अली, पार्षद राजीव शर्मा आदि मौजूद रहे।
मेयर आशा शर्मा एवं म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर ने नगर निगम मुख्यालय के पंचम तल पर बने कंट्रोल रूम का फीता काटकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर कंट्रोल रूम का टोल फ्री नंबर 18001803012 एवं लैंडलाइन नंबर 0120-2790369, 0120-2791418, 0120-4216108 जारी किया गया। इन नंबरों पर फोन करके शहरवासी अपनी समस्याएं एवं शिकायतें दर्ज करा सकेंगे। मेयर ने कंट्रोल रूम में फोन करने वालों से बातकर इसकी शुरूआत की। मेयर ने कहा कि छोटी-छोटी शिकायतों को लेकर लोगों को नगर निगम के चक्कर लगाने पड़ते थे। अब उन्हें सिर्फ एक फोन करना होगा और नगर निगम यह सुनिश्चित करेगा उनकी शिकायतों का निस्तारण हो। म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक शहरवासी अपनी समस्याएं कंट्रोल रूम में रजिस्टर्ड करा सकेंगे। कंट्रोल रूम में समस्या रजिस्टर होने के बाद इसकी सूचना एसएमएस के जरिये दी जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि 72 घंटों के अंदर समस्या का निस्तारण किया जाये। कंट्रोल रूम में रजिस्टर होने वाली शिकायतें ऑटोमैटिक संबंधित विभाग के अधिकारी के पास पहुंच जाएंगी। कंट्रोल रूम में 8 कुर्सी मेज पर बैठकर एक साथ कर्मचारी कार्य करेंगे। यहां पर सोशल मीडिया, आईजीआरएस, ट्विटर आदि से आने वाली समस्याओं का निस्तारण भी किया जाएगा। नगर निगम के सभी विभागों के विभाग प्रमुख यह सुनिश्चित करेंगे कि समयबद्ध तरीके से शिकायतों का निस्तारण हो। कंट्रोल रूम की शुरूआत सोमवार से हुई है। ऐसे में संभव है कि शुरूआती दिनों में कुछ समस्याएं आये। लेकिन एक महीने की टेस्टिंग के दौरान सभी तरह की तकनीकि अड़चनों को दूर कर लिया जाएगा।