खाद्य सामग्रियों के 129 नमूनों की जांच में 81 सैंपल आए फेल

दो माह में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग ने 22 मिलावटखोरों से वसूला 12.90 लाख रुपए का जुर्माना

गाजियाबाद। जिले में मिलावटखोर खाद्य सामग्रियों में जमकर मिलावट कर रहे है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की लगातार कार्रवाई के बाद भी मिलावटखोर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे है। पिछले दो महीने में लिए गए खाद्य सामग्रियों के नमूने के बाद इनकी जांच रिपोर्ट में आधे से ज्यादा लैब से नमूने फेल पाए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा दूध से बने उत्पाद शामिल हैं। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग को एक अपै्रल से 31 मई तक 129 नमूनों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें से 81 खाद्य पदार्थों के नमूने जांच में फेल पाए गए है।

यह खाद्य सामग्री जांच में मानकों के अनुरूप नहीं पाई गईं। इसमें मावा, देसी घी, पनीर, मसाले, तेल, दूध से बने उत्पाद आदि खाद्य सामग्री शामिल हैं। खोया के 13 में से 11, पनीर के 22 में 20,घी के 8 में पांच नमूने लैब में जांच के बाद फेल पाए गए। जिले में खाद्य सामग्रियों में मिलावट रोकना फिलहाल विभाग के अधिकारियों के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। विभाग की ओर से लगातार कार्रवाई एवं जुर्माना लगाए जाने के बाद भी बाजार में मिलावटी खाद्य सामग्री सप्लाई करने और बेचने वाले सक्रिय हैं।

सहायक आयुक्त (खाद्य) विनीत कुमार का कहना कि खाद्य सामग्रियों में मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने के लिए विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। संबंधित मिलावटखोरों के खिलाफ वाद दायर कराया जाएगा। उनका कहना है कि मिलावटखोरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जाने के चलते जिन खाद्य सामग्रियों में मिलावट का शक होता है, उनके नमूने लिए जाते हैं। इसलिए नमूने फेल आने की संभावना ज्यादा होती है। इन मिलावटखोरों के खिलाफ लगातार वाद दायर कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही जुर्माना भी लगाए जा रहे है।

अपै्रल और मई में दो माह में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग ने 22 मिलावटखोरों से 12.90 लाख रुपए का जुर्माना भी वसूला है। बावजूद इसके जिले में मिलावटखोरी कम नहीं हो पा रही है। मुनाफा कमाने के लिए लोगों के स्वास्थ्य से यह जमकर खिलवाड़ कर रहे है। विभाग ने पिछले दो महीने में खाद्य सामग्री के नमूने फेल होने पर 141 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। एडीएम की कोर्ट में कार्रवाई कर उनसे अब जुर्माना वसूला जाएगा। बाकी के खिलाफ भी केस दर्ज कराया जा रहा है। लैब की जांच के बाद फेल आए इन नमूनों में अधोमानक-30, असुरक्षित-34, मिथ्याछाप-15, मानक के अनुरूप नहीं-01 है। इन मिलावटखोरों के खिलाफ अब वाद दायर किया जाएगा।