बिना लापरवाही के विकास कार्यों को जल्द कराएं पूरा: वीके सिंह

केंद्रीय राज्य मंत्री ने जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की ली बैठक

गाजियाबाद। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि भारत सरकार की संचालित योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाने के लिए विकास कार्य बगैर शिथिलता के विभाग के अधिकारी जल्द पूरा कराएं। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष ममता त्यागी, विधायक डॉ.मंजू सिवाच, सौरभ जायसवाल, राजेंद्र मित्तल एवं जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़, सीडीओ, सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर, प्रभागीय निदेशक वानिकी प्रभाग मनीष सिंह,परियोजना निदेशक पीएन दीक्षित,जिला पूर्ति अधिकारी डॉ. सीमा चौधरी आदि अधिकारियों के साथ जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में एक बार फिर राज्यमंत्री एवं तीन विधायक उपस्थित नहीं हो सकें। केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह ने सभी योजनाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर गुणवत्ता परक रूप से संचालित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पात्र लाभार्थियों तक योजनाओं का भरपूर लाभ पहुंचाया जाए। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप सभी अधिकारी पूर्ण गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ विकास कार्यों को जल्द पूरा कराए।

केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह ने सरकार की संचालित राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम, वृद्धावस्था पेंशन, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना,दिव्यांगजन पेंशन योजना, निराश्रित महिला पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण,बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ,बाल संरक्षण सेवाएं, समेकित बाल विकास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना आदि योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि भारत सरकार की विकास से संबंधित एवं जन सामान्य को व्यक्तिगत लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित की जा रही हैं। ताकि समाज के अंतिम छोर के व्यक्तियों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जा सकें। इसलिए विभाग के अधिकारी अपने-अपने विभाग की कार्य योजना के तहत सभी विकास कार्य पूर्ण करने की कार्रवाई प्राथमिकता पर बिना शिथिलता के सुनिश्चित की जाए। ताकि सरकार के इन विकास कार्यक्रमों का जनसामान्य को अधिक से अधिक सीधा लाभ प्राप्त हो सके। योजनाओं के संबंध में धन अवमुक्त कराने के लिए अपने उच्च स्तरीय विभागीय प्रयास किए जाएं, यदि इस कार्य में उनके सहयोग की आवश्यकता हो तो जिलाधिकारी के माध्यम से उसे प्राप्त करते हुए विकास कार्यक्रमों को समय पर पूरा कराने की कार्रवाई सभी अधिकारी करें। बैठक में राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के बारे में केंद्रीय राज्यमंत्री को अवगत कराया कि जनपद में वर्तमान में कुल पेंशनरों की संख्या 18024 है,इनमें से 16394 को पेंशन के रूप में 1281.34 लाख की राशि दी गई है। त्रैमासिक चार किस्तों में एक हजार रुपए प्रति माह प्रति लाभार्थी के बैंक खातों में राशि दी जा रही है। राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के तहत जिस परिवार के मुखिया की मृत्यु हो जाती है तो पीडि़त परिवार को 30 हजार रुपए की सहायता राशि राज्य सरकार द्वारा मुहैया कराई जाती है। जनपद में इस संबंध में 2906 आवेदन पत्र प्राप्त हुए, इनमें 171 आवेदन अपात्र पाए गए, 2735 आवेदन स्वीकृत किए गए। निदेशालय स्तर से 830.60 लाख राशि प्राप्त हुई जिसमें से पात्र आवेदकों में 820.50 लाख की राशि व्यय की जा चुकी हंै। प्र्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत कुल 12 गांवों का जनपद में चयन किया गया है, तीन गांवों का सर्वे किया जा रहा है। धनराशि आवंटित होते ही कार्य शुरू किया जाएगा।

जनपद में राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम के तहत दिव्यांगजन पेंशन योजना के तहत 7264 दिव्यांगजनों को 594.71 लाख की राशि दी गई हैं। सशक्तिकरण दिव्यांगजन विभाग द्वारा दिव्यांगजन को प्रति माह एक हजार रुपए, कुष्टावस्था से दिव्यांगजन को तीन हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन दिए जाने का प्रावधान है। वित्तीय वर्ष 2022-2023 में जनपद में 7088 दिव्यांगजन पेंशन व 176 कुष्ठावस्था पेंशनधारक हैं। कुल दिव्यांगजनों की संख्या 7264 हैं। इन्हें शत-प्रतिशत योजना का लाभ दिया गया है। शिविरों के माध्यम से 800 नए दिव्यांगजन चिन्हित किए गए हैं। 140 ट्राइसाइकिल, 30 व्हील चेयर, 170 कृत्रिम अंग, सहायक उपकरण जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में वितरित किए गए हैं। जनपद में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान भी प्रमुखता से चलाया गया है। कई सामाजिक संस्थाओं ने इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।जनपद में प्रचार-प्रसार वॉल पेंटिंग, हस्ताक्षर अभियान, जागरूकता शिविर, एफएम रेडियो, स्कल्पचर, स्टीकर,पंपलेट,कन्या जन्मोत्सव जागरूकता रैली निकाली गई। मेरी बेटी-मेरे घर की शान कार्यक्रम चलाकर बेटियों के अभिभावकों को बेटी के नाम की नेमप्लेट देकर सम्मानित किया गया। सक्षम नेस्टिंग डॉल्स के माध्यम से बेटियों के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में की जा रही उपलब्धियों का संदेश देकर प्रोत्साहित किया गया है। इसके अतिरिक्त बेटियों के नाम पर पौधे लगाने तथा विभिन्न स्कलों की मेधावी छात्राओं को उनकी रूचि के अनुसार एक दिन की अधिकारी बनाकर बेटियों को प्रोत्साहित किया गया है।

प्रदेश के जनपदों में जिला में जन्म के समय लिंगानुपात में द्वितीय स्थान पर है। इसके अलावा प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत 73929 लाभार्थी जनपद में हैं। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत जनपद में 455596 कुल राशनकार्ड धारक हैं। अंत्योदय के तहत 8500, पात्र ग़ृहस्थी 447097 है। शहरी क्षेत्र 345 व ग्रामीण की 211 उचित दर राशन की दुकानों से बायोमैट्रिक व्यवस्था के जरिए लाभार्थियों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। आधार सीडिंग का कार्य भी लगभग पूरा हो गया है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह एवं उपस्थित जन प्रतिनिधियों को आश्वस्त करते हुए कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप जनपद में संचालित सभी विकास कार्यक्रमों को संपन्न कराया जाएगा। जिले में होने वाले प्रत्येक विकास कार्यक्रमों के संचालन में जन प्रतिनिधियों का पूर्ण सहयोग प्राप्त किया जाएगा।