चोरों की ईमानदारी: पहले फ्लैट में चोरी फिर कोरियर से चोरी का माल किया वापस

गाजियाबाद। पहले खोया हुए सामान को देने के लिए आपने पुलिस व आमजन की वाहवाही की खबरे सुनी होगी। मगर अब लगता है कि चोर भी सही रास्ते पर चलने लगे है। पहले फ्लैट में घुस कर चोरी और फिर उसी चोरी के माल को घटना के चार दिन बाद चोरी का माल वापस कर देना। जब माल वापिस ही करना था, तो चोरी ही क्यों की। इन सब बातों का राज जानने के लिए पुलिस की अब और मुश्किले बढ़ गई है। चोरों ने महिला टीचर के फ्लैट से करीब 15 लाख रुपए के जेवरात चुरा लिए। वारदात के करीब चार दिन बाद ही चोरों ने कोरियर कंपनी के जरिए पार्सल भेजकर चार लाख रुपए कीमत के जेवरात लौटा दिए। पीडि़त परिवार के साथ पुलिस भी हैरान है कि यह सब कैसे हुआ? मगर अब पुलिस कोरियर भेजने वालों की तलाश में जुट गई है।

बुलंदशहर जिले में बीबीनगर थाना क्षेत्र के गांव सेहरा निवासी प्रीति सिरोही शिक्षिका हैं। वह अपने परिवार के साथ राजनगर एक्सटेंशन स्थित फॉर्च्यून रेजिडेंसी में रहती हैं। प्रीति सिरोही दिवाली मनाने के लिए 23 अक्टूबर को पैतृक गांव गई हुई थीं। 27 अक्टूबर की शाम को जब वापस फ्लैट पर पहुंचीं। उन्हें फ्लैट-अलमारी के ताले टूटे हुए मिले। 25 हजार रुपए कैश सहित करीब 14 लाख रुपए कीमत के जेवरात गायब मिले। पींडि़ता ने घटना की शिकायत नंदग्राम थाने में दी। पींडि़ता ने बताया कि 29 अक्टूबर की शाम करीब 6 बजे डीटीडीसी कंपनी का कोरियर बॉय एक पार्सल लेकर उनके फ्लैट पर आया। पार्सल के ऊपर प्रीति सिरोही का नाम, फ्लैट और मोबाइल नंबर भी लिखा हुआ था। पैकेट खोलने पर चोरी हुए वो ज्वैलरी रखी मिली, जो चोरी हुई थी। पैकेज में करीब चार लाख रुपए कीमत के सोने के जेवरात रखे हुए थे। इसके अलावा एक आर्टिफिशियल ज्वेलरी का बॉक्स भी था, जो उस दिन चोरी हुआ था। प्रीति ने तुरंत इस मामले की सूचना पुलिस को दी।

पुलिस ने पैकेट की जांच की तो पता चला कि इसको राजदीप ज्वैलर्स हापुड़ के नाम से भिजवाया गया है। पुलिस जब हापुड़ सर्राफा मार्केट में पहुंची तो इस नाम की कोई दुकान ही नहीं मिली। जिसके बाद हापुड़ के डीटीडीसी कोरियर सेंटर पर पहुंचकर छानबीन की। मगर वहा भी कोई सुराग नही मिला। यहां दो लड़कों के आकर इस पार्सल को बुक कराने की पुष्टि हुई। पुलिस ने कोरियर सेंटर की फुटेज कब्जे में लेकर दोनों संदिग्ध लड़कों की जांच शुरू कर दी है। चोरी की घटना में पुलिस किसी करीबी का हाथ मान रही है। क्योंकि सामान्य चोर को फ्लैट मालिक का नाम और मोबाइल नंबर पता नहीं होता, जबकि ये दोनों चीजें पार्सल पर लिखी हुई हैं। पुलिस का दावा है कि जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।