बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम सैकड़ो लोगों से 40 लाख की ठगी

-गिरोह का सरगना एवं महिला समेत पांच गिरफ्तार

गाजियाबाद। बेरोजगारी की स्थिति बहुत ही विकट है। यही वजह है कि अक्सर अपराध और ठगी के नए-नए फार्मूले भी ईजाद किए जाने की खबरें ज्यादा निकलकर सामने आ रही है। भीड़ में छिपे इन जालसाजों के निशाने पर अक्सर पढ़े-लिखे युवा ही होते है। वे उच्च-शिक्षित युवा जो देश के दूर-दराज हिस्सों से पढ़-लिखकर, रोजगार की उम्मीदें पाले हुए रोजगार की तलाश में निकल पड़ते है। सच्चाई यह है कि जब रोजगार नही मिलता तो खुद की जिंदगी बसर करने के लिए जालसाजी-ठगी के धंधे में उतारने से नहीं डरते। भले ही बाद में इसका अंजाम बुरा हो। साइबर सैल एवं टीलामोड़ पुलिस की टीम ने ऐसे ही गिरोह के सरगना एवं महिला समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पकड़े गये आरोपी बेरोजगार युवाओं को अच्छी नौकरी दिलवाने का प्रलोभन देकर ठगी का कारोबार करते थे। पकड़े गये आरोपियों ने तुलसी निकतेन क्षेत्र में किराए का ऑफिस लेकर रोजाना हजारों युवक-युवतियों को रोजगार दिलाने का झांसा देते थे। उसके बाद नौकरी लगवाने के नाम पर फर्जी खाते में रूपये डलवातेे थे।

साइबर सेल के नोडल अधिकारी पुलिस उपाधीक्षक अभय कुमार मिश्र अभय कुमार मिश्र ने बताया कि साइबर सैल प्रभारी सुमित कुमार, टीलामोड़ थाना प्रभारी महावीर सिंह चौहान, एसआई प्रवीन कुमार की टीम ने देर रात मुखबिर की सूचना पर गगन विहार जगदीश का मकान तुलसी निकेतन क्षेत्र से गिरोह का सरगना (12वीं पास) अनुज कुमार गान्धी पुत्र कौशल किशोर निवासी मौसम विहार टीला मोड, सना पुत्री मेहरवान, नगमा पुत्री जमाल, शिवा पुत्री शान मोहम्मद निवासी नन्दनगरी दिल्ली, रूकसार पुत्री नूर मोहम्मद समशाद कॉलोनी पसौैंडा को गिरफ्तार किया। जिनके कब्जे से 9 मोबाइल, आधार कार्ड, 96 डाटा पेपर शीट, एटीएम कार्ड, पैन कार्ड बरामद किया गया। नौकरी डाट काम से बेरोजगार युवक-युवतियों का डाटा चुराकर उन्हें अपनी महिला साथियों से काल कराता था। कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर फर्जी दस्तावेज से खोले गए बैंक खातों में रुपये जमा करवाता था। लोगों को भ्रमित करने के लिए उनका आनलाइन साक्षात्कार लेते थे। उसमें पास बताकर नौकरी के लिए बीमा कराने का झांसा देकर 5 से 10 हजार रुपये तक जमा कराते थे। उन्होंने बताया पकड़े गये आरोपित पिछले 6 माह से ठगी का कारोबार कर रहे थे।

साइबर सैल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि गिरोह का एक साथी फरार है। पिछले 6 माह से तुलसी निकतेन में किराए का ऑफिस लेकर ठगी का कारोबार कर रहे थे। आरोपित दो सौ से अधिक लोगों से करीब 40 लाख रूपए की ठगी कर चुके है। बैंक खातों व मोबाइल नंबरों का विवरण खंगाला जा रहा है। पकड़ी महिलाएं अलग-अलग नंबरों से फोन कर निजी कंपनियों, बैंकों में नौकरी दिलाने का झांसा देते थे। प्रोसेसिंग फीस और रजिस्ट्रेशन शुल्क आदि के नाम से प्रति अभ्यर्थी 10 से 20 हजार रुपये लेते थे। इसके बाद मोबाइल बंद कर देते थे। करीब एक स्थान पर कुछ माह तक ऑफिस चलाने के बाद वहां से दूसरी जगह शिफ्ट कर लेते थे।