संपत्ति के लालच में भाई के गले में सुआ घोंप कर दी थी हत्या, मिर्जापुर-2 सीरीज देखकर बनाई थी हत्या की योजना

गाजियाबाद। इंदिरापुरम क्षेत्र स्थित गत 22 अप्रैल को कनावनी की झाडिय़ों में मिले शव की घटना का इंदिरापुरम पुलिस ने खुलासा करते हुए आरोपी भाई को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने संपत्ति पर कब्जा करने के लिए अपने ही छोटे भाई के गले में पंक्चर बनाने का सुआ घोपकर हत्या की थी। जिसके कब्जे से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त सुआ और बाइक बरामद किया है। आरोपी ने घटना का अंजाम मिर्जापुर-2 वेब सीरीज के एक सीन को देखकर उसी तरह वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी हत्या के बाद शव को झाडिय़ो में फेंक कर फरार हो गया था। पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी ने ही अज्ञात के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था।

इंदिरापुरम थाने में घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्रा की मौजूूदगी में बताया कि 22 अप्रैल को कनावनी में झाडिय़ों में एक युवक का शव मिला था। जिसकी पहचान शिवपुरी विजय नगर निवासी अंकुर पाल (26) पुत्र प्रेमपाल के रूप में हुई थी। मृतक डिजिटल मार्केटिंग का काम करता था। तेजपाल दिल्ली के एक लैब में सहायक था। पिता प्रेमपाल दिल्ली नगर निगम में माली हैं। मृतक अंकुर की शादी को अभी एक वर्ष होने वाला है।

मृतक के बड़े भाई तेजपाल ने ही अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले की जब छानबीन की गई तो शक तेजपाल पर हुआ। जिसके बाद घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज व सर्विलांस व अन्य माध्यमों से छानबीन कर साक्ष्य एकत्र किए गये। छानबीन के दौरान तेजपाल के खिलाफ जब साक्ष्य मिले तो उसे थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया।

मगर उसे शक हो गया औैर वह पुलिस से बचने के घर से फरार हो गया। मंगलवार को इंदिरापुरम एसएचओ मनीष बिष्ट, इंस्पेक्टर चन्द्रकान्त पाण्डेय, एसआई रविन्द्र कुमार, विशाल सिंह की टीम ने कनावनी के पास से हत्यारोपी तेजपाल पुत्र प्रेमपाल निवासी शिवपुरी विजय नगर को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त पंक्चर वाला सुआ, मृतक की बाइक व स्कूटी बरामद किया गया।

जब आरोपी से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने हत्या की बात कबूल की। एसपी सिटी द्वितीय ने बताया कि आरोपी का विजयनगर में पैतृक मकान, गोविंदपुरम व नोएडा में 1-1 फ्लैट है। जिन संपत्तियों की दोनों भाईयों में बंटवारे की बात चल रही थी। लेकिन वारदात के दिन तेजपाल पहले घर से निकल गया। तेजपाल सभी पैतृक संपत्ति को कब्जाना चाहता था। जिसे लेकर उसकी छोटे भाई से कहासुनी भी हो गई थी। संपत्ति कब्जाने के लिए आरोपी ने अकुंर को रास्ते से हटाने के लिए प्लान तैयार किया और प्लान के मुताबिक अंकुर को कनावनी की झाडिय़ों की ओर लेकर गया।

अंकुर बाइक चला रहा था औैर वह पीछे बैठा हुआ था। झाडिय़ों के रास्ते में बाइक जैसे धीमी हुई, तभी आरोपी ने पंक्चर बनाने का सुआ पीछे से उसके गले के पास घोंप दिया। जिसके बाद दोनों लडख़ड़ा के गिर गए। आरोपी ने अकुंर को वहां से घसीट कर झाडिय़ों में फेंक दिया और बाइक व हेलमेट पहनकर नोएडा की ओर चला गया। देर शाम जब पिता प्रेमपाल ने फोन करके बताया कि अंकुर की हत्या हो गई है तो वह इंदिरापुरम थाने पहुंचा और शव की शिनाख्त की और अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। आरोपी ने जिस तरह से मिर्जापुर-2 मूवी देखकर प्लान तैयार किया था, सोचा नही था कि पुलिस उसे पकड़ पाएगी।

इंदिरापुरम सीओ अभय कुमार मिश्र ने बताया कि आरोपी तेजपाल स्कूटी से चलता है और उसने ट्यूबलेस टायर में पंक्चर बनाने के लिए आनलाइन सुआ मंगाया था। मिर्जापुर-दो वेब सीरीज देखा था, जिसमें एक सीन दर्शाया गया था कि गोलू नामक महिला किरदार ने एक पुलिसकर्मी के सीने में सुआ घोंप कर हत्या कर दी थी। उसी सीन को आरोपी ने चरितार्थ करने के लिए संपत्ति के लालच में भाई के गले में सुआ घोंप कर मौत के घाट उतार दिया। घटना के दिन आरोपी ने अपनी स्कूटी को कांशीराम कालोनी में खड़ी कर अंकुर को फोन कर अपने पास बुलाया। उसे बहाने से कनावनी लेकर गया और वहां हत्या कर दी। अक्सर दोनों भाई उक्त घटनास्थल पर ही पार्टी करते थे। क्योंकि स्थान सुनसान होने के कारण आरोपी ने हत्या की वारदात को अंजाम देना उचित समझा।