जीवन साथी डोटकाम पर फर्जी आईडी बनाकर करोड़ो रूपए की कर चुके ठगी

7 साल कर रहे थे ठगी, विदेशी नागरिक समेत पांच गिरफ्तार

 डॉक्टर, इंजीनियर और व्यवसाई बनकर विदेश में शादी कराने का देते थे झांसा

वैज्ञानिक महिला को झांसे में लेकर लगाया 7 लाख का चूना

गाजियाबाद। जीवन साथी डोटकाम पर विदेश में शादी कराने का लालच देकर करोड़ो रूपए की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए साइबर सेल टीम और शहर कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने विदेशी नागरिक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गये आरोपित जीवन साथी डोटकाम पर अपनी फर्जी आईडी बनाकर खुद को डॉक्टर, इंजीनियर एंव व्यवसायी बनकर लोगों के साथ ठगी करते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 42 एटीएम कार्ड, 23 चेक बुक, 15 विभिन्न बैंकों की पासबुक, तीन वोटर आईडी कार्ड, सात आधार कार्ड, एक पासपोर्ट और 4 फर्जी मोहरे बरामद की हैं।
सोमवार को अपने कार्यालय में घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि बिहार निवासी पीडि़ता जो असम में वैज्ञानिक है के साथ ठगों ने अमेरिकी नागरिक बनकर शादी करने के नाम पर सात लाख रुपए की ठगी की थी। जिसकी शिकायत साइबर सेल को मिली थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के आदेश पर ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए थे। जिस पर साइबर सेल की टीम को ठगों की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया था। इसी क्रम में मुखबिर द्वारा जानकारी मिली की टीम को जिस गिरोह की तलाश है। उस गिरोह के पांच सदस्य जिसमें एक विदेशी नागरिक भी शामिल है, जिला अस्पताल के निकट देखे गए हैं। उन्होंने बताया कि इस सूचना पर साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार, एसआई सचिन कुमार एवं घंटाघर कोतवाली एसएचओ संदीप की संयुक्त टीम बताए हुए स्थान पर पहुंच गई। पुलिस को देखकर ठग भागने लगे। जिनको पुलिस ने दबोच लिया। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में अक्षय तलवार उर्फ सन्नी, प्रिंस, अजीत सिंह और मनीष कुमार उर्फ मनीष कुमार उर्फ मनीष निवासी मुरादनगर और याजिद अबेदो निवासी नोएडा मूल निवासी नाइजीरिया है। एसपी सिटी ने बताया कि पूछताछ में पुलिस गिरफ्त में आए ठगों ने बताया कि हम लोग जीवन साथी डॉटकॉम पर फर्जी आईडी बनाकर स्वयं को डॉक्टर, इंजीनियर और व्यवसाई आदि हाईप्रोफाइल व्यक्ति दर्शाते थे और विदेश में शादी करने तथा कराने का झांसा देते थे। उसके बाद पीडि़त का विश्वास जीतकर उससे मिलने के बहाने तथा महंगे उपहार भेजने के बहाने इंडिया आने का भरोसा देते थे और स्वयं को अचानक एयरपोर्ट पर कस्टम डिपार्टमेंट द्वारा पकड़े जाने की बात बता कर इंडियन करेंसी में रुपए की आवश्यकता बताकर अपने साथियों के विभिन्न खातों में मोटी रकम ले लेते थे। इसी तरह से हमने असम की वैज्ञानिक महिला के साथ फ्रॉड किया था। साइबर सैल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया पकड़े गये आरोपित पिछले सात सालों से लगाकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। अक्षय तलवार, प्रिंस, अजीत सिंह और मनीष फर्जी खाते खुलवाने और महिलाओं को झांसे में लेने के लिए मंहगे गिफ्ट भेजने और इंडियन भाषा में बात करने का करते थे। याजिद अबेदो वर्ष 2018 में जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद फिर से ठगी की वारदात को अंजाम देने लगे। आरोपित 100 से अधिक वारदातों को अंजाम देकर 10 से 15 करोड़ रूपए की ठगी कर चुके है। आरोपियों के 80 खाते है, जिनकी जांच की जा रही है।