मां हिस्ट्रीशीटर बेटा लुटेरा, वॉक पर निकले लोगों से करता था लूट

-सुनार समेत चार लुटेरों को पुलिस ने दबोचा, लूट में करते थे हाईस्पीड केटीएम बाइक

गाजियाबाद। एनसीआर क्षेत्र में पार्क में टहलने और राह चलते लोगों से चैन स्नैचिंग एवं मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह के तीन शातिर लुटेरे एवं लूट का माल खपाने वाले सुनार को साहिबाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने 18 हजार रुपए, 35 ग्राम सोने की पांच टिक्की, तीन तंमचा, चार कारतूस, घटना में प्रयुक्त दो बाइक एवं फर्जी नंबर प्लेट बरामद किया गया। पकड़े गए आरोपी पार्क में मॉर्निंग एवं इवनिंग वॉक करने वाले एवं सड़क पर राहगीरों से लूट की वारदातों को अंजाम देते थे। जो कि अब तक 200 से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुके है। वारदात को अंजाम देने के बाद घटना में प्रयुक्त बाइक को मां की मदद से बेडरुम में छिपा देते थे। वहीं आरोपी महिला भी लोनी थाने की हिस्ट्रीशीटर है।

गुरुवार को घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेन्द्र सिंह ने सीओ साहिबाबाद स्वतंत्र सिंह की मौजूदगी में बताया कि एसएचओ प्रदीप त्रिपाठी, एसआई एसआई सुरेश चन्द्र शर्मा, सुमित कुमार, संजीव कुमार शर्मा, राम गोपाल की संयुक्त टीम ने बुधवार देर रात डीएलएफ कट से दानिश पुत्र शाहिद, शोएव पुत्र शब्बीर निवासी लाल बाग मदरसे वाली गली लोनी बोर्डर, फरमान पुत्र अली मौहम्मद निवासी बुधनगर सुनहरी मस्जिद लोनी एंव सुनार जहीरुद्दीन पुत्र अख्तर निवासी बुधनगर सुनहरी मस्जिद लोनी को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया 27 जुलाई को जितेंद्र कुंडीर से पंचशील पार्क राजेंद्र नगर में चेन लूट हुई थी। मामले की छानबीन शुरू की गई। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि केटीएम बाइक सवार लुटेरों ने उनके साथ लूट की थी। वारदात को अंजाम देकर दिल्ली होकर लोनी भाग गए थे। टीमें लगाकर उनकी तलाश की जा रही थी। जहरीरूद्दीन सुनार है वह मलिक ज्वैलर्स के नाम से लोनी में दुकान करता था। लूट के गहनों को सस्ते दामों में खरीदता था और उन्हें गला देता था। सरगना फरमान की मां रूखसार शातिर है, वह अपराधों में संलिप्त रहती है। उसके गिरफ्तार करके उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

सीओ साहिबाबाद स्वतंत्र सिंह ने बताया कि फरमान शातिर किस्म का लुटेरा है। वह लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए केटीएम और यामाहा वाइजेडएफ आर-वन बाइक से साथियों के साथ दिल्ली और गाजियाबाद की सीमा क्षेत्र में लूट करते थे। पुलिस से बचने के लूट के दौरान फर्जी नंबर प्लेट लगाते थे और बाइकों को अपने बेडरूम में छिपाकर रखता था। जब लूट की वारदात को अंजाम देना होता था, तभी बाइक को घर से बाहर निकालते थे। मजबूत साक्ष्य के लिए वारदात के दौरान की फुटेज और बाइक को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा। इससे उन्हें सजा दिलाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया गिरोह का मुख्य सदस्य दानिश लोनी थाना से हत्या के मामले में पूर्व में जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद वह साथियों के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम देना लगा था।