उड़ीसा से 175 किलो गांजा लेकर गाजियाबाद में पहुंचा कैंटर, पश्चिमी यूपी के जिलों करना था सप्लाई, क्राइम ब्रांच ने दबोचा

गाजियाबाद। उड़ीसा से लाककर पश्चिमी यूपी में गांजा तस्करी का कारोबार करने वाले अंतर्राज्जीय दो गांजा तस्करों को क्राइम ब्रांच टीम ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से करीब 175 किलो गांजा बरामद किया है। आरोपी उड़ीसा से कैंटर में गांंजा भरकर गाजियाबाद ला रहें थे। जिसके बाद गाजियाबाद से अन्य जिलों में गांजा सप्लाई होना था। मगर क्राइम ब्रांच की टीम ने पश्विमी यूपी में सप्लाई से पहले ही इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। आरोपित पिछले करीब दो सालों से गांजा तस्करी का कारोबार कर रहे है। वहीं गिरोह का एक साथी फरार है। पुलिस को चकमा देने के लिए आरोपियों ने गांजे को बारदाना की बोरियों के नीचे छुपाया हुआ था।एसपी क्राइम दीक्षा शर्मा ने बताया क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी, योगेन्द्र सिंह, अरूण कुमार, सतवीर सिंह, अरूण कुमार वर्मा, सौरभ शुक्ला (नारकोटिक्स सैल) की टीम ने बुधवार सुबह उड़ीसा से कैंटर में बारदाना की बोरियों के नीचे रखकर गिरीश कुमार उर्फ बब्लू पुत्र राम गोपाल सिंह, राहुल पुत्र रामपाल निवासी मोहराना अलीगढ द्वारा तस्करी कर लाई जा रही 175 किलो गांजा समेत गिरफ्तार किया गया। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में जिसकी कीमत करीब 12 लाख रुपए है।
क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि बुधवार सुबह सूचना मिली कि उड़ीसा से भारी मात्रा में कैंटर द्वारा गाजियाबाद में गांजा आने वाला है। जिसके बाद यह गांजा गाजियाबाद से अन्य जिलों में सप्लाई किया जाएगा। आरोपित उड़ीसा के कोरापुर विशाखापट्टनम से यह गांजा लेकर आ रहा था। यहां सेे अक्सर बारदाना या कबाड़ की बोरियों के नीचे गांजे को छिपाकर वेस्ट यूपी में लाया जाता है। जिसकी सप्लाई गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मेरठ आदि जनपदों में होती है। उन्होंने बताया कि आरोपित जब उड़ीसा से गांजा लेकर चलते है तो वह अपना मोबाइल जब तक बंद रखते है। तब तक वह गांजे की डिलीवरी न कर दें। आरोपित उक्त गांजे को गाजियाबाद में सतेंद्र को देना था, जो अलीगढ़ का निवासी है। जिसकी तलाश की जा रही है। आरोपियों को गांजा डिलवरी के लिए 50 हजार रूपए अतिरिक्त मिलते थे। जो कि पिछले करीब दो सालों से गांजा तस्करी का कारोबार कर रहें है।