कलेक्शन एजेंट से 15 लाख की लूट करने वाले तीन लुटेरे गिरफ्तार, आईजी ने की 50 हजार इनाम की घोषणा

-डिलीवरी बॉय ने रची थी लूट की पूरी पटकथा, लूट में सुपारी किलर जग्गू पहलवान का बेटा भी शामिल

गाजियाबाद। इंदिरापुरम क्षेत्र में 7 दिन पूर्व कलेक्शन एजेंट से हुई 15 लाख रुपए लूट का पुलिस ने खुलासा करते हुए तीन शातिर लुटेरों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से लूट की रकम, घटना में प्रयुक्त कार व डंडा भी बरामद कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में से एक आरोपी पूर्व में मारे गए सुपारी किलर जग्गू पहलवान का बेटा है। लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ऋषिकेश घूमने चला गया था। जिससे पुलिस उन्हें पकड़ न सकें। रविवार सुबह जैसे ही आरोपी ऋषिकेश से गाजियाबाद पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।

हरसांव स्थित पुलिस लाइन सभागार में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी मुनीराज जी. ने एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेन्द्र सिंह सीओ इंदिरापुरम अभय मिश्रा की मौजूदगी में बताया कि वीर बहादुर सिंह राइटर सेफ गार्ड प्राइवेट लिमिटेड में कलेक्शन एजेंट है। गत 13 जून को इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में हैबिटेट सेंटर के पास बाइक सवार बदमाशों ने डंडा मारकर वीर बहादुर से करीब 15 लाख रुपए से भरा बैग लूट लिया था। घटना के खुलासे के लिए कई टीमें काम कर रही थी। इंदिरापुरम एसएचओ देवपाल सिंह पुण्डीर, एसआई रविन्द्र कुमार, सुनील शर्मा, अनुज कुमार, विजय ढाका की संयुक्त टीम ने रविवार सुबह सचिन पुत्र रविन्द्र निवासी भेडापुर चांदीनगर बागपत, रितिक पुत्र महेंद्र निवासी बागूराना लोनी, कशिश उर्फ कनिष्क पुत्र स्व: जगविन्द्र उर्फ जग्गू पहलवान निवासी ग्राम निठौरा लोनी को कनावनी के पास से गिरफ्तार किया है। जिनके पास से लूट के 12 लाख 4 हजार रुपए, सैट्रों कार, तंमचा, कारतूस, आधार कार्ड, ड्राइविंग कार्ड, पैन कार्ड, कस्टमर कापी रसीद, लकड़ी का डंडा, तीन मोबाइल बरामद किया गया। उन्होंने बताया कशिश उर्फ कनिष्क साल-2012 में मारे गए जग्गू पहलवान का बेटा है। जग्गू दिल्ली-एनसीआर का सुपारी किलर रहा था। मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण कुमार ने बदमाशों को पकडऩे वाली टीम को 50 हजार रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है।

एसपी सिटी द्वितीय आरोपी सचिन एक ग्रोफर स्टोर पर परिचित व्यक्ति से मिला, जो डिलीवरी बॉय है। उसने नौकरी के बहाने सचिन को अपने पास बुलाया था। मगर नौकरी देने के बजाय उसने लूटने का काम सौंप दिया। उसने बताया कि वीर बहादुर सिंह कैश कलेक्शन का काम करता है और सोमवार को उसके पास अधिक कैश होता है, जो उसे लूटना है।
13 जून को सचिन, कशिश और रितिक लोनी से गाजियाबाद आए, रितिक मोहननगर में उतर गया। सचिन और कशिश ग्रोफर स्टोर पर आ गए। स्टोर पर काम करने वाले व्यक्ति ने सचिन और कशिश को वीर बहादुर सिंह और उसकी बाइक की पहचान कराई। उसकी बाइक पर एजेंट वीर बहादुर सिंह जैसे ही कैश लेकर स्टोर से रवाना हुआ तो दोनों युवक उसके पीछे लग गए और हैबिटेट सेंटर के पास डंडा मारकर रुपए से भरा बैग लूट कर फरार हो गए। आरोपी लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद ऋषिकेश भाग गए थे, जिससे पुलिस उन्हें पकड़ न सकें। मुखबिर से सूचना मिली थी कि 15 लाख की लूट में शामिल आरोपी रविवार को गाजियाबाद आने वाले है। जैसे ही आरोपी गाजियाबाद पहुंचे, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।