रूममैट बनकर करता था चोरी, सॉफ्टवेयर इंजीनियर को लगाया लाखों का चूना

-हजारों की नगदी समेत लाखों रुपए के 8 मोबाइल बरामद, आरोपी गिरफ्तार

गाजियाबाद। इंदिरापुरम पुलिस ने ओएलएक्स पर सॉफ्टवेयर इंजीनियर विकास यादव का रूममैट बनकर उनका फोन और एटीएम चोरी करने वाले शातिर मनीष शुक्ला को गिरफ्तार किया है। शातिर इंजीनियर के डेबिट कार्ड से आठ मोबाइल खरीद कर बेच रहा था। पुलिस ने उसके कब्जे चोरी और खरीदे गए 8 मोबाइल, दो डेबिट कार्ड व 2500 रुपए बरामद किए हैं।
एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि 11 नवंबर को विकास यादव निवासी नीतिखड़ इंदिरापुरम ने थाने में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पीडि़त ने बताया कि उसका एक युवक का संपर्क ओलेक्स के माध्यम से हुआ। मनीष ने अर्जुन सिंह बनकर उनसे संपर्क किया। चार अक्टूबर से उनके साथ रहने लगा। जान-पहचान बढ़ाकर उनके एटीएम कार्ड का पिन नंबर जान लिया। 15 नवंबर को उनका एटीएम कार्ड, मोबाइल व सोने की चेन चोरी करके फरार हो गया था। एसपी सिटी द्वितीय ने बताया कि विकास यादव ने 18 अक्टूबर को मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। नीति खंड पुलिस चौकी प्रभारी दारोगा रविंद्र कुमार को जांच सौंपी गई। उन्होंने विकास से जानकारी जुटाकर छानबीन शुरू की। पता चला कि विकास के चोरी हुए एटीएम कार्ड से आनलाइन शापिंग साइट से पांच मोबाइल खरीदा गया है। शापिंग साइट के अधिकारियों से संपर्क किया गया।

11 नवंबर को मनीष शुक्ला विकास यादव का मोबाइल, एटीएम कार्ड चोरी कर उसके कार्ड से 1 लाख 60 हजार रुपए लेकर फरार हो गया था। उक्त मामले में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की गई। इंदिरापुरम थाना प्रभारी देवपाल सिंह पुंडीर की टीम एसआई रविन्द्र कुमार ने सोमवार को मुखबिर की सूचना पर चोरी मामले में फरार चल रहे मनीष शुक्ला को राजहंस प्लाजा इंदिरापुरम क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया।

इंदिरापुरम थाना प्रभारी देवपाल सिंह पुंडीर ने बताया कि ओलेएक्स पर रुम शेयर करने का विकास यादव का मैसेज देखा था। जिसे देखकर उसने अपना अर्जुन बताया और 2 अक्टूबर को विकास यादव के फ्लैट नीतिखण्ड-1 में उसके साथ रहने के लिए गया। डेढ़ माह साथ रहने के दौरान मनीष शुक्ला उर्फ अर्जुन ने विकास यादव का विश्वास जीत लिया था। 15 नवंबर की सुबह मनीष शुक्ला विकास यादव का फोन, एटीएम कार्ड व अन्य दस्तावेज लेकर फरार हो गया था। विकास यादव के फोन व एटीएम कार्ड के माध्यम से उसके खाते से पांच फोन अमेजोन से खरीद लिये और उस फोन को राह चलते लोगों को सस्ते दाम में भी बेच दिया। जिसके पास से विकास यादव का चोरी हुआ फोन भी बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी ने इससे पूर्व फरीदाबाद निवासी शिवम गुप्ता के घर भी इसी तरह चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। जिसमें शिवम गुप्ता का फोन व एटीएम कार्ड चोरी कर उसके खाते से दो मोबाइल फोन खरीदे थे। आरोपी ओलेक्स व सोशल मीडिया के माध्यम से रुम शेयर करने के लिए पहले मैसेज करता था और फिर नाम बदल कर चोरी की वारदात को अंजाम देता था।