बाजी पलटी : 5 विधायकों ने उड़ाई बसपा की नींद

राज्यसभा प्रत्याशी का प्रस्तावक बनने से इंकार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राज्य सभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को जोर का झटका लगा है। 5 विधायकों ने बागी तेवर अपना कर बसपा की टेंशन बढ़ा दी है। इन विधायकों ने बसपा प्रत्याशी रामजी गौतम का प्रस्तावक बनने से साफ इंकार कर दिया है। प्रस्तावक के तौर पर अपना नाम वापस लेने के लिए उन्होंने निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आवेदन कर दिया है। ऐसे में एकाएक बाजी पलटने से बसपा खेमे में हड़कंप मच गया है। उप्र में राज्य सभा की 10 सीटों पर 9 नवंबर को इलेक्शन होना है। इसके लिए 11 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं। भाजपा के 8, सपा-बसपा से 1-1 और एक निर्दलीय उम्मीदवार हैं। सभी सीटें 25 नवंबर तक रिक्त हो जाएंगी। राज्य सभा चुनाव की तैयारियों में सभी प्रमुख दल जी-जान से जुटे हैं। बसपा ने रामजी गौतम को अपना उम्मीदवार बनाया है। उनके प्रस्तावक के तौर पर विधायक असलम चौधरी, असलम राईनी, मुर्तबा सिद्दिकी, हाकम लाल बिंद व गोविंद जाटव को चुना गया था। इन विधायकों ने एकाएक बसपा को झटका दे डाला है। पांचों विधायक बुधवार को विधान सभा पहुंचे। उन्होंने निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आवेदन कर बसपा प्रत्याशी रामजी गौतम का प्रस्तावक बनने से इंकार कर दिया। उधर, बसपा विधान मंडल दल के नेता लाल जी वर्मा का कहना है कि नामांकन के समय सभी विधायक स्वयं मौजूद थे। उन्हें अब नाम वापस लेने का अधिकार नहीं है। इस संदर्भ में साक्ष्य उपलब्ध करा दिए गए हैं। चर्चा है कि कुछ और विधायक बसपा को अपने तेवर दिखा सकते हैं। बसपा को यह चोट पहुंचाने के पीछे समाजवादी पार्टी की रणनीति बताई जा रही है। बता दें कि रामजी गौतम ने राज्यसभा उम्मीदवार के तौर पर 26 अक्तूबर को नामांकन किया था। इसके बाद बसपा ने गौतम की जीत सुनिश्चित होने का दावा किया था।