एक्शन : मंदिर में तोड़-फोड़, 8 अफसर सस्पेंड

पाकिस्तान में 100 उपद्रवी गिरफ्तार, 250 फरार

नई दिल्ली। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मंदिर में तोड़-फोड़ और आगजनी की घटना पर बवाल मचा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इमरान सरकार की छवि खराब होने के बाद डैमेज कंट्रोल की कोशिशें तेज हो गई हैं। इसी क्रम में 8 पुलिस अफसरों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर सस्पेंड कर दिया गया है। इससे विभाग में हड़कंप मचा है। पुलिस के मुताबिक इस प्रकरण में अब 100 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में 5 जनवरी को इस मामले की सुनवाई होनी है। खैबर पख्तूनख्वा में करक जनपद के टेरी गांव में उग्र भीड़ ने गत 30 दिसम्बर को मंदिर के विस्तार कार्य के विरोध में जमकर हंगामा किया था। वहां तोड़-फोड़ कर आग लगा दी गई थी। भीड़ को कंट्रोल करने की बजाए पुलिस तमाशबीन बनी रही थी। बाद में पुलिस ने साढ़े तीन सौ से ज्यादा उपद्रवियों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिस अधीक्षक (जांच) जहीर शाह के मुताबिक इस प्रकरण में अब 100 उपद्रवियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें 7 प्रमुख आरोपी शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों को आतंकवाद रोधी अदालत (एटीसी) में पेश किया गया। कोर्ट ने सभी को 3 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। जिस मंदिर में तोड़-फोड़ की गई थी, वहां हिंदू धार्मिक नेता की समाधि भी थी। मंदिर की पुरानी इमारत के जीर्णोद्धार के लिए हिंदू समुदाय ने सरकारी तंत्र से अनुमति ली थी। भारत ने भी इस घटना के संदर्भ में पाकिस्तान के समक्ष विरोध दर्ज कराया था। साथ दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई थी। उधर, खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने क्षतिग्रस्त मंदिर और समाधि का शीघ्र पुनर्निर्माण कराने का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक सरकार ने मंदिर को पहुंचे नुकसान के आकलन हेतु 4 सदस्यीय समिति का गठन किया है। यह समिति हिंदू समुदाय के साथ चर्चा कर मंदिर के पुनर्निर्माण की योजना भी तैयार करेगी।