बौखलाए ओवैसी, मुस्लिमों को भड़काने का प्रयास

एनपीआर के मुद्दे पर भड़काऊ ट्वीट किया

हैदराबाद। ऑल इंडिया मजलिस-ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख एवं सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (एनआरसी) पर फिर भड़काऊ बयानबाजी शुरू कर दी है। ओवैसी ने ट्वीट कर मुस्लिमों को भड़काने का प्रयास किया है। सांसद ओवैसी ने कहा है कि देश में नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) तैयार करना एनआरसी बनाने की दिशा में पहला कदम होगा। यदि एनपीआर बन गया तो देश में संदिग्ध नागरिकों की सूची भी बना ली जाएगी। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि देश में इस प्रकार की कोई प्रक्रिया आरंभ नहीं होनी चाहिए, जिससे यहां के गरीब नागरिक संदिग्ध नागरिकों की श्रेणी में आ जाएं। एआईएमआईएम नेता ओवैसी ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि एनपीआर बनाने का शेड्यूल फाइनल किया गया तो उसके विरोध में पुन: आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि देश में अवैध रूप से घुसे बांग्लादेशियों, रोहिंग्याओं और अन्य विदेशी नागरिकों की पहचान के लिए सरकार देश में एनपीआर तैयार करना चाहती है। इसका सांसद ओवैसी और विभिन्न मुस्लिम संगठन विरोध कर रहे हैं। इन संगठनों का आरोप है कि कि एनपीआर के बहाने सरकार मुस्लिमों को संदिग्ध नागरिकों की सूची में डालकर उनकी नागरिकता छीन लेना चाहती है। सरकार ने पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों को शरण देने हेतु पिछले साल नागरिकता संशोधन कानून (एनआरसी) लागू किया था। एनआरसी के विरोध में देशभर के मुस्लिम संगठन सड़कों पर उतर आए थे। इन संगठनों का तर्क था कि सरकार ने पड़ोसी देशों के हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन और ईसाईयों को इस कानून में शामिल किया है, मगर पड़ोसी देशों के बहुसंख्यक मुस्लिमों की उपेक्षा की गई है। यह कतई ठीक नहीं है। एनआरसी के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में भी लंबे समय तक आंदोलन चला था। कोविड-19 के कारण लॉक डाउन लागू होने पर एनआरसी और एनपीआर की तैयारियों को भी रोक दिया गया था।