-ट्विटर हैंडल पर फर्जी शिकायत करना पड़ा भारी, नाले में डूबने से हुई व्यक्ति की मौत को बताया जहरीला शराब की है घटना
गाजियाबाद। लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। चुनाव को लेकर प्रशासन लगातार अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है। हर कोई यही कयास लगा रहा है कि चुनावों की तारीखों का ऐलान किस दिन होगा और कब आचार संहिता लगेगी। इसके साथ ही कौन से माह में लोकसभा के चुनाव होंगे। मगर चुनाव से पहले असामाजिक तत्व के लोगों ने अभी से माहौल बिगाड़ने का प्रयास शुरु कर दिया है। दरअसल कुछ दिन पूर्व ट्विटर हैंडल पर एक व्यक्ति ने पोस्ट करते हुए लिखा कि थाना अंकुर विहार क्षेत्र में एक व्यक्ति जहरीला शराब पीने से मौत हो गई है। ट्विटर हैंडल पर पोस्ट वायरल होते ही पुलिस व आबकारी विभाग में हड़कंप मच गया। आबकारी अधिकारी ने ट्विटर हैंडल पर हुई शिकायत का तत्काल संज्ञान संबंधित इंस्पेक्टर को जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। मगर जांच हुई तो सामने आया कि युवक की मौत नाले में डूबने से हुई है। दरअसल चुनाव हो या फिर त्योहारी सीजन में असामाजिक तत्व के लोग पुलिस व प्रशासन की छवि को धूमिल करने का प्रयास करते रहते है।
यह कोई पहली बार नहीं है। इससे पूर्व में भी गाजियाबाद में नंदग्राम थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति की मौत कहीं और हुई थी, और आबकारी विभाग को बदनाम करने की नीयत से उसका शव शराब के ठेके पास लाकर छोड़ दिया गया। मगर पूर्व आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह की सूझबूझ से एक बड़ी घटना घटित होने से बच गई। ऐसा ही माहौल एक बार फिर से शुरू हो गया है। ट्विटर हैंडल पर प्रतिदिन आबकारी विभाग के ट्विटर पर सैकड़ों पोस्ट अपलोड होती है। जिसमें से मात्र 5 प्रतिशत ही शिकायत सही होती है, बाकी की शिकायत जांच होने पर फर्जी पाई जाती है। क्योंकि शिकायत करने के बाद शिकायतकर्ता या तो अपना मोबाइल बंद कर लेते है या फिर लाइसेंसियों को ब्लैकमेल करने के लिए फर्जी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल देते है। मगर आबकारी विभाग ने फर्जी शिकायत करने वालों को सबक सिखाने के लिए अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। अगर ट्विटर पर कोई भी शिकायत करता है और शिकायत फर्जी पाई जाती है तो अब संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। थाना अंकुर विहार क्षेत्र मामले में भी आबकारी विभाग ने मुकदमा दर्ज कराया है।
जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम ने बताया 7 मार्च को थाना अंकुर विहार की शाम करीब 8.49 बजे ब्रहामेश तिवारी (ऐट द रेट ब्रहामेश तिवारी) की आईडी से एक पोस्ट किया गया। जिसमें यूपी एक्साइज,यूपी पुलिस, डीजीपी, सीएम योगी और गाजियाबाद के ट्विटर हैंडल पर पर ट्वीट करते लिखा गया कि थाना अंकुर विहार क्षेत्र की विजय विहार चौकी क्षेत्र में एक व्यक्ति की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई है। ऐसी दुर्दशा हो रही है, क्षेत्र में लेकिन पुलिस कार्यवाही की जगह लीपापोती करने में लगी हुई है। ट्वीट का तत्काल संज्ञान लेते हुए आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा को थाना अंकुर विहार से समन्वय स्थापित करते हुए घटनास्थल पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए। टीम ने जब घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच की तो मृतक की पहचान प्रभु दयाल (36) पुत्र लल्लू लाल निवासी कुआं मंदिर विजय विहार के रूप में हुई। जिसकी मौत नाले में डूबकर हुई है। स्थानीय लोगों से जब गवाही के लिए कहा गया तो कोई भी तैयार नहीं हुआ। जिसका शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी व्यक्ति प्रभु दयाल की मौत दम घुटने से हुई है यह सामने आया। जब व्यक्ति नाले में गिरा होगा तो उसका दम घुट गया होगा, जिस कारण उसकी मौत हो गई। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया ट्विटर पर फर्जी शिकायत करने वाले ब्रहामेश तिवारी के खिलाफ थाना अंकुर विहार में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। ब्रहामेश तिवारी द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर माहौल खराब करने का प्रयास के साथ पुलिस व आबकारी विभाग की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने बताया शिकायत करना सबका अधिकार है, मगर फर्जी शिकायत से अप्रिय घटना भी घटित हो सकता है। इसका भी ध्यान रखना जरूरी है। कोई भी पोस्ट करने से पहले उसकी वास्तविकता जरूर समझ लेनी चाहिए। उसके बाद ही कोई पोस्ट करना चाहिए। फर्जी शिकायत करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि बिना सबूत के विभाग को बदनाम किया तो यह बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होगा। सभी आबकारी निरीक्षकों को भी चेतावनी दी गई है कि अपने-अपने क्षेत्र में अभियान चलाकर शराब विक्रेताओं को बेवजह परेशान करने वाले और विभाग को बदनाम करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाए।