बलिया कांड : धीरेंद्र को 14 दिन की न्यायिक हिरासत

50 हजार के इनामी को रिमांड पर लेगी पुलिस

लखनऊ। बलिया गोलीकांड में गिरफ्तार 50 हजार के इनामी धीरेंद्र प्रताप को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने सोमवार की सुबह हत्यारोपी धीरेंद्र प्रताप को कोर्ट के समक्ष पेश किया। बाद में कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दे दिया। उधर, आरोपी पक्ष के समर्थक भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी विधायक सिंह द्वारा धीरेंद्र के पक्ष में बयानबाजी करने पर नाराजगी जाहिर की है। उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद की ग्राम सभा दुर्जनपुर और हनुमानगंज में गत 15 अक्तूबर को कोटे की 2 दुकानों के लिए आवंटन के लिए पंचायत में खुली बैठक बुलाई गई थी। बैठक में एसडीएम, सीओ और लेखपाल भी मौजूद थे। इस दौरान हंगामा होने पर बैठक को स्थगित कर दिया गया था। बाद में 2 पक्षों में टकराव हो गया। ऐसे में गोली चलने से जय प्रकाश उर्फ गामा पाल (46) निवासी दुर्जनपुर गंभीर रूप से घायल हो गया था। बाद में गामा पाल की मौत हो गई थी। इस प्रकरण में पुलिस ने 5 आरोपियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की थी। मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया। हत्यारोपी धीरेंद्र प्रताप को रविवार को लखनऊ से एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया था। पुलिस सोमवार की सुबह कड़ी सुरक्षा में धीरेंद्र को जिला न्यायालय लेकर पहुंची। तदुपरांत उसे सीजेएम के सामने पेश किया गया। सीजेएम ने उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस अब हत्यारोपी को रिमांड पर लेने की तैयारी में है। बता दें कि इस हत्याकांड के आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) और गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की तैयारी चल रही है। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में यह वारदात होने से विपक्षी दलों ने सूबे में कानून व्यवस्था की बिगड़ती हालत पर हंगामा खड़ा कर दिया था।