दुश्मन सावधान ! ब्रहमोस मिसाइल का परीक्षण सफल

सटीक निशाना, आवाज की गति को भी मात देने में सक्षम

नई दिल्ली। भारतीय नौसेना की ताकत को निरंतर मजबूत किया जा रहा है। इसी क्रम में अब ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया है। यह मिसाइल आवाज की गति से भी 2.8 गुना तेज रफ्तार से निर्धारित टारगेट को भेदने में सक्षम है। स्वदेशी स्टील्थ विध्वंसक आईएनएस चेन्नई से यह टेस्ट किया गया। टेस्ट के दरम्यान मिसाइल ने अरब सागर में मौजूद अपने लक्ष्य को पिन प्वाइंट सटीकता के साथ सफलतापूर्वक भेद दिया। भारतीय नौसेना अब ब्रह्मोस के माध्यम से लंबी दूरी पर मौजूद सतह के लक्ष्यों को युद्धपोत से भेदने में सक्षम हो गई है। यह सुपरसोनिक प्रक्षेपास्त्र बेहद असरदार है। आवाज की गति से भी 2.8 गुना तेज गति से यह मिसाइल अपना काम कर सकती है। इससे पहले डीआरडीओ और रूस के वैज्ञानिकों के संयुक्त प्रयास से निर्मित क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था। वह जमीन से जमीन पर मार करने में सक्षम है। प्रक्षेपास्त्र 8.4 मीटर लंबा और 0.6 मीटर चौड़ा है। इसका वजन 3 हजार किलोग्राम है। यह प्रक्षेपास्त्र तीन सौ किलोग्राम वजन तक विस्फोटक ढोने और 300 से 500 किलोमीटर तक प्रहार करने की क्षमता रखता है। ब्रह्मोस को जमीन, हवा, पानी और मोबाइल लांचर से दागना संभव है। ब्रह्मोस का पहला परीक्षण विगत 12 जून 2001 को आईटीआर चांदीपुर से किया गया था। बता दें कि पिछले कुछ समय से भारत अपनी सैन्य ताकत में वृद्धि कर रहा है। भारत का चीन से विवाद चल रहा है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन की धींगामुश्ती कायम है। भारतीय भूमि को हड़पने के लिए ड्रैगन नई-नई चाल चल रहा है। जबकि पाकिस्तान भी भारत के खिलाफ साजिशें रच रहा है। ऐसे में दुश्मनों से निपटने को भारत खुद को पहले से ज्यादा मजबूत बनाने में जुटा है।