नगर निगम के विस्तार पर ब्रेक इंदिरापुरम हैंड ओवर से पहले जीडीए को कराने होंंगे काम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर निगम का सीमा विस्तार कर खोड़ा,मुरादनगर ओर लोनी को शामिल कर निगम बनाने के प्रस्ताव पर फिलहाल विराम लगा दिया है। मुख्यमंत्री योगी ने नगर निकाय चुनाव तक इसके विस्तार नहीं होने पर पूर्ण रूप से विराम लगा दिया। खोड़ा और लोनी व मुरादनगर को नगर निगम में जोड़ने की योजना फिलहाल ठंडे बस्ते में चली गई है। मुख्यमंत्री के सामने इसको लेकर जनप्रतिनिधियों ने यह बात उठाई थी। मगर मुख्यमंत्री ने इसको लेकर सिर्फ नगरीय निकाय चुनाव तक शामिल नहीं किए जाने की बात कहीं। इसके साथ ही इंदिरापुरम कॉलोनी को हैंडओवर करने के मामले में भी जीडीए को पहले वहां पर विकास कार्य पूरे कराने होंगे। उसके बाद ही नगर निगम को हैंडओवर करने पर निर्णय लिया जा सकेगा। मुख्यमंत्री से महापौर सुनीता दयाल ने इंदिरापुरम कॉलोनी को हैंडओवर करने के मामले में अवगत कराया कि इंदिरापुरम कॉलोनी में जीडीए विकास कार्य कराकर दें तो निगम को हैंडओवर करने में कोई दिक्कत नहीं हैंं।

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर निगम का सीमा विस्तार कर खोड़ा,मुरादनगर ओर लोनी को शामिल कर निगम बनाने के प्रस्ताव पर फिलहाल विराम लगा दिया है। मुख्यमंत्री योगी ने नगर निकाय चुनाव तक इसके विस्तार नहीं होने पर पूर्ण रूप से विराम लगा दिया। खोड़ा और लोनी व मुरादनगर को नगर निगम में जोड़ने की योजना फिलहाल ठंडे बस्ते में चली गई है। मुख्यमंत्री के सामने इसको लेकर जनप्रतिनिधियों ने यह बात उठाई थी। मगर मुख्यमंत्री ने इसको लेकर सिर्फ नगरीय निकाय चुनाव तक शामिल नहीं किए जाने की बात कहीं। इसके साथ ही इंदिरापुरम कॉलोनी को हैंडओवर करने के मामले में भी जीडीए को पहले वहां पर विकास कार्य पूरे कराने होंगे। उसके बाद ही नगर निगम को हैंडओवर करने पर निर्णय लिया जा सकेगा। मुख्यमंत्री से महापौर सुनीता दयाल ने इंदिरापुरम कॉलोनी को हैंडओवर करने के मामले में अवगत कराया कि इंदिरापुरम कॉलोनी में जीडीए विकास कार्य कराकर दें तो निगम को हैंडओवर करने में कोई दिक्कत नहीं हैंं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह को निर्देश दिए कि जीडीए द्वारा इंदिरापुरम कॉलोनी में सभी विकास कार्य को पहले पूरा कराया जाए।उसके बाद ही नगर निगम को हैंडओवर किया जाए।इस पर मुख्यमंत्री का महापौर ने धन्यवाद प्रकट किया।मुख्यमंत्री ने भू-माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीनों पर स्पोर्ट्स कॉॅम्प्लेक्स बनाने के भी निर्देश दिए हैं। इन स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में शूटिंग रेंज का निर्माण किए जाने के भी आदेश दिए।खिलाड़ियों को दी जाने वाली सुविधिाओं में कोई कमी न रहे। इसलिए अधिकारी इस पर काम करें।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार की रात को सिद्धार्थ विहार स्थित गंगाजल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के अतिथिगृह में जनप्रतिनिधि व अधिकारियों के साथ बैठक की।वह शाम को करीब साढ़े पांच बजे गेस्ट हाउस में पहुंचे थे। इस दौरान राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल,भाजपा के पश्चिमी क्षेत्र के अध्यक्ष सतेंद्र सिसोदिया,महापौर सुनीता दयाल,विधायक अतुल गर्ग,सुनील शर्मा,अजितपाल त्यागी,एमएलसी दिनेश गोयल,पूर्व महापौर आशा शर्मा,भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा,मयंक गोयल,बलदेव राज शर्मा के अलावा जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह,नगर आयुक्त विक्रमादित्य मलिक आदि अधिकारियों के साथ करीब ढाई घंटे तक बैठक की।मुख्यमंत्री ने इंदिरापुरम स्थित कैलाश मानसरोवर भवन को जीडीए या नगर निगम को इसका संचालन करने के आदेश दिए।उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान दो महीने तक इस भवन का यात्रियों के लिए उपयोग किया जाए।बाकी 10 महीनों में लोग इसमें अपने कार्यक्रम कर सकेंगे।मुख्यमंत्री ने जीडीए उपाध्यक्ष को इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने के भी निर्देश दिए।मुख्यमंत्री के समक्ष बैठक में विधायकों ने शहर में कूड़े की समस्या को प्रमुखता से उठाया।महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि कूड़े के लिए जहां पर निगम जमीन तलाशता है,उसका वहीं विरोध हो जाता है। नगर निगम ने करीब 30 बीघा जमीन अपनी कूड़ा निस्तारण के लिए खोज ली है। अन्य जमीन भी तलाश की जा रही है। मुख्यमंत्री ने बैठक में जनप्रतिनिधियों की बात सुनने के बाद उनसे और अधिकारियों से कूड़ा डालने के लिए जमीन के चयन के वक्त वहां के लोगों को विश्वास में लें।इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया जाए कि कूड़ा निस्तारण केंद्र से कम से कम दुर्गंध निकले।मुख्यमंत्री ने गाजियाबाद शहर का प्रदूषण स्तर अधिक रहने पर चिंता जताई। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इसके निस्तारण के लिए दीर्घकालिक योजना बनाई जाए।
ऐसी प्लानिंग होनी चाहिए कि बाहर का ट्रैफिक गाजियाबाद में कम से कम प्रवेश करें।सार्वजनिक ट्रैफिक व्यवस्था में इलेक्ट्रिक बसों के इस्तेमाल और डीजल के वाहनों को सीमा पर ही रोकने आदि सुझाव दिए। हिंडन नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए किए जा रहे उपायों को लेकर मुख्यमंत्री ने समीक्षा की। इस पर मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने अवगत कराया कि गाजियाबाद क्षेत्र में हिंडन नदी में प्रदूषण का बड़ा कारण फैक्ट्रियों के 9 बड़े नाले हैं। एसटीपी बनाने समेत कई काम किए जा रहे हैं। करीब 500 करोड़ रुपए की योजना पर काम चल रहे हैं।मुख्यमंत्री ने गाजियाबाद के हर क्षेत्र में एलएमसी और कब्जा मुक्त कराई गई भूमि पर ज्यादा से ज्यादा बारातघर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने विधायकों से अपने-अपने क्षेत्र में अपनी विधायक निधि का इस मद में इस्तेमाल करने को कहा। इसके साथ ही जीडीए और नगर निगम के अधिकारियों को इस पर प्राथमिकता के साथ काम करने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने शहर में सफाई व्यवस्था पहले से बेहतर होने की भी बात कहीं।उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को इसे ओर बेहतर करने के निर्देश दिए। सड़कों को भी गड्ढा मुक्त करने के लिए कहा है।