थाने से 100 मीटर की दूरी पर ढाबे में बनी गुप्त कैंटीन में पिला रहा था दिल्ली की शराब

गाजियाबाद। अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष प्रवर्तन अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम ने एक शातिर ढाबा संचालक को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया ढाबा संचालक इतना शातिर है कि आबकारी विभाग को चकमा देने के लिए बाहर ग्राहकों को खाना खिलाता था और उसके अंदर बनी कैंटीन में बिना लाइसेंस के शराब पिलाता था। ढाबा संचालक बिना किसी खौफ के दिन हो या रात ग्राहकों को अंदर बनी गुप्त कैंटीन के अंदर शराब पिलाता था। जबकि ढाबे से थाने की दूरी करीब 100 मीटर की होगी। अब इसे पुलिस की मेहरबानी कहीं जाए या फिर सबकुछ जानकर भी पुलिस अपनी आंख बंद करके बैठी हुई थी। दरअसल थाना लोनी बोर्डर से दिल्ली की दूरी करीब 500 मीटर है। थाने के पास ढाबा खोलकर संचालक को भी अतिरिक्त कमाई हो जाती थी। कैंटीन में शराब पीने के आने वाले लोग भी दिल्ली का फायदा उठाते हुए दिल्ली की शराब व बीयर खरीदकर थाने की नाक के नीचे पैग बनाकर पीते थे। जब इसकी सूचना आबकारी विभाग को मिली तो बिना देरी किए टीम ने ढाबे पर धावा बोल दिया। आबकारी विभाग की टीम को देखकर ढाबा मालिक अंदर की ओर भागा और शराब पी रहे लोगों को इसकी सूचना दी। टीम के पहुंचने से पहले ही शराब पी रहे लोग दीवार कूदकर फरार हो गए और ढाबा मालिक मौके से पकड़ा गया। टीम को मौके से दिल्ली मार्का की शराब की भरी व खाली बोतल और बीयर बरामद हुआ।

जिला आबकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया जिले में अवैध शराब के खिलाफ विशेष प्रतर्वन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीमें अपने-अपने क्षेत्र में दबिश एवं चेकिंग कर रही है। सोमवार दोपहर मुखबिर से सूचना मिली कि थाना लोनी बोर्डर के पास संचालित ढाबे पर अवैध रूप से शराब पिलाई जा रही है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा एवं मनोज शर्मा की टीम गठित की गई। टीम ने मुखबिर द्वारा बताए गए ढाबे पर दबिश दी। दबिश के दौरान ढाबा मालिक ग्राहकों को शराब पिलाते हुए पाया गया। जब ढाबा मालिक से उसका लाइसेंस मांगा गया तो वह दिखा नहीं सका। पकड़े गए ढाबा मालिक की पहचान बैजू प्रसाद गुप्ता पुत्र राम लखन निवासी   मकान नंबर 167, गली नंबर 1, जौहरी एनक्लेव थाना लोनी बॉर्डर है। जिसके ढाबे से दिल्ली मार्का की 2.68 लीटर शराब एवं 3 बियर, 12 शराब के बने हुए पैग व काफी मात्रा में खाली बोतल बरामद किया गया। बने हुए पैग को मौके पर नष्ट कर दिया गया।

जिसके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया। पकड़ा गया ढाबा संचालक इतना शातिर है कि बाहर तो ग्राहकों को खाना खिलाता था। शराब पीने के लिए आने वाले ग्राहकों को ढाबे के अंदर बनी गुप्त कैंटीन के अंदर शराब पिलाता था। उन्होंने बताया ढाबा संचालक की वजह से प्रतिदिन आबकारी विभाग के राजस्व को नुकसान हो रहा था। उन्होंने बताया अवैध शराब के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा। साथ ही हाईवे, राज्य मार्गों पर भी चेकिंग अभियान तेज कर दिया गया है। जिससे बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी को रोका जा सकें। नववर्ष को कुछ दिन ही बाकी है, इसलिए बाहरी राज्यों से शराब तस्करी की संभावना बढ़ गई है। शराब तस्करी रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीम के साथ-साथ मुखबिर तंत्र भी पूरी तरह से सक्रिय है। जिसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे है।