राम जन्म का प्रसंग सुन भाव-विभोर हुए बृज विहारवासी

गाजियाबाद। श्री सत्यनारायण मंदिर प्रांगण, बृज विहार में चल रही श्रीराम कथा के तृतीय दिवस पर, कथावाचक पंडित श्रीकांत पांडे ने भगवान श्री राम के जन्मोत्सव और नारद मोह प्रसंग का विस्तृत रूप से वर्णन किया। व्यास श्रीकांत पांडे ने बताया कि कैलाश की शिखर पर भगवान शंकर जी ने पार्वती जी के प्रश्न करने पर श्री राम कथा श्रवण करते हुए कहा, देवी, प्रभु अवतरण के पांच कारण हैं।

पहला कारण भगवान विष्णु के पार्षद जय विजय को संतों का श्राप, दूसरा कारण जालंधर वृंदा का विष्णु भगवान को श्राप, तीसरा कारण नारद जी ने भी विष्णु को श्राप दिया, चौथा कारण आदि पुरुष मनु सतरूपा को वरदान जो दशरथ कौशल्या बने अयोध्या में और पांचवा प्रताप भानु राजा को ब्राह्मणों का श्राप। इन्हीं पांच कारणों से प्रभु मानव रूप में अवतरित हुए। विप्र धेनु सुर संत हित लीन्हा अवतार। इस दौरान यजमान प्रमोद गुप्ता एवं मुख्य अतिथि भारती सिंह (धर्मपत्नी डॉ जनरल वीके सिंह राज्य मंत्री केंद्र सरकार) एवं रीता सिंह (वरिष्ठ भाजपा नेत्री) ने इस अवसर पर कथा का श्रवण किया।

उपस्थित रहे विभिन्न समाजसेवीयों में वीरेंद्र सिंह, सुनीता चौधरी, मंजू भदौरिया, सुधीर राय, रणविजय सिंह, अशोक पाण्डेय, धु्रव कुमार, मनीष सिंह, विभूति यादव, शशिकांत तिवारी, अर्जुन तोमर, नागेन्द्र पाण्डेय, जगदीश्वर प्रसाद आदि शामिल थे। कथा में नारद मोह प्रसंग के बारे में भी आचार्य जी ने विस्तृत वर्णन किया और आने वाले दिनों में भी समाज के लोगों को इस धार्मिक आयोजन में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।