लाखों का कर्ज चुकाने के लिए कारोबारी का किया था अपहरण, पुलिस मुठभेड़ में दो गिरफ्तार

गाजियाबाद। मोदीनगर कोतवाली क्षेत्र में बिसोखर रोड पर बुधवार को दिनदहाड़े सीमेंट कारोबारी अचल सिंहल का अपहरण लाखों का कर्ज उतारने के लिए किया था। इसके लिए प्लानिंग के तहत अपहरण कर 10 लाख से अधिक की रंगदारी मांगने के लिए किया गया। आरोपितों पर तीन लाख रुपए कर्ज था। उनके पिता की भी तबीयत खराब थी। आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए उन्होंने अपहरण कर रंगदारी मांगने की योजना तैयार की। मोदीनगर थाना पुलिस ने बुधवार की रात में मुठभेड़ के बाद दो आरोपी को गिरफ्तार किया है। इनमें दो सगे भाई बिजेंंद्र व गजेंद्र और इनका एक दोस्त विकास है। तीनों मोदीनगर की बिसोखर रोड के रहने वाले हैं। बिजेंद्र और विकास से पुलिस की बुधवार रात को मुठभेड़ हो गई, जिसमें बिजेंद्र के पैर में गोली लगी, जबकि विकास को पुलिस ने पीछा कर पकड़ लिया। गजेंद्र अभी फरार चल रहा है।आरोपितों की निशानदेही पर अपहरण में प्रयुक्त वैगनआर कार,तमंचा,जिंदा कारतूस व अन्य सामान बरामद किया गया। गुरूवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने खुलासा करते हुए बताया कि मुठभेड़ में गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। फरार तीसरे आरोपित की तलाश चल रही है। आरोपितों ने रंगदारी के मकसद से ही अपहरण किया था।

आरोपित पिछले एक महीने से अचल का अपहरण करने की फिराक में थे। वे रोजाना उसकी रैकी करते थे। चूंकि विकास का होटल व मकान अचल के मकान के पास ही था तो उसे अचल की गतिविधियों के बारे में पता था। उसे यकीन था कि अचल के अपहरण के बाद उसे बचाने के लिए परिजन रकम देने को तैयार हो जाएंगे। इसलिए उसने गजेंद्र व बिजेंद्र को अचल के बारे में बताया। बुधवार को तीनों एक साथ बिसोखर रोड पर पहुंचे और अचल का इंतजार करने लगे। जैसे ही अचल पहुंचा तो आरोपितों ने उसका अपहरण कर लिया,लेकिन जल्दबाजी में कार की डिक्की लॉक करना भूल गए। इसका फायदा उठाकर अचल कार से कूदकर भाग निकला। आरोपित बिजेंद्र व गजेंद्र मेरठ के मोहिउ्द्दीनपुर की एक गत्ता फैक्ट्री में काम करते थे। वहां पर साल भर पहले आरोपितों ने सामान चोरी कर लिया। इस बारे में फैक्ट्री के उच्चाधिकारियों को पता चला तो उन्होंने दोनों को नौकरी से हटा दिया। आरोपितों ने फैक्ट्री में ही करीब दो लाख की उधारी ले रखी है। उधर, आरोपित विकास बीसीए पास हैं। कुछ दिन पहले नोएडा से नौकरी छोड़कर बिसोखर रोड पर अपनी मां के साथ होटल शुरू किया।

पिता की तबीयत खराब रहती है। इसलिए उपचार के लिए उन्हें रुपए की जरूरत थी।आरोपितों ने एक महीने पहले भी महेंद्रपुरी गेट के निकट दवा कारोबारी संजय कुमार से लूट की कोशिश की थी। आरोपितों ने संजय की कनपटी पर पिस्टल तान दी थी। लेकिन शोर सुनकर जब आसपास के लोग आने लगे तो आरोपित भाग निकले। उस समय भी आरोपितों ने इसी वैगनआर कार का इस्तेमाल किया था। यह कार बागपत से चोरी की गई थी। जिस पर मोदीनगर के एक बैंककर्मी की कार की नंबर प्लेट लगाई गई थी। पुलिस कार का नंबर ट्रेस करते हुए जब बैंककर्मी तक पहुंची तो असलियत सामने आई। इसके बाद पुलिस ने जांच का केंद्र बदला। सीसीटीवी फुटेज के अलावा इलेक्ट्रानिक सर्विलांस व मैनुअल इनपुट पर पुलिस ने काम किया। तब जाकर आरोपितों को पकड़ा गया। योजनाबद्ध तरीके से वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस जांच में यह सभी बिंदुओं की पुष्टि हुई है। बता दें कि मोदीनगर की संतपुरा कालोनी के अचल सिंहल बुधवार सुबह दुकान पर जा रहे थे। इस बीच मकान से 100 मीटर की दूरी पर वैगनआर सवार तीन बदमाशों ने उनका अपहरण कर लिया। आरोपितों ने पिछली सीट को फोल्ड किया था। हाथ-पैर बांधने के लिए कार में रस्सी लेकर आए थे। आरोपितों ने अचल को पीटकर कार की डिक्की में बंद कर दिया, लेकिन डिक्की लाक नहीं की। थोड़ी ही दूरी पर अचल ने कार से कूदकर जान बचाई।