छठ पर्व: हिंडन नदी की स्वच्छता के लिए चलाया जाएगा महा सफाई अभियान: म्युनिसिपल कमिश्नर

गाजियाबाद। स्वच्छता का संदेश देने तथा इसके प्रति आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से छठ पूजा से पूर्व हिंडन नदी में नगर निगम द्वारा महा सफाई अभियान चलाया जाएगा। छठ पर्व के पहले तो पूरा समाज घाट के साथ-साथ आसपास के मोहल्लों, टोलों समेत क्षेत्रों में सफाई के लिए तत्पर दिखता है। लेकिन पर्व बीत जाने पर सफाई के प्रति फिर समाज बेपरवाह हो जाता है। स्वच्छता का महत्व जितना पर्व के पहले है, उतना ही उसके बाद भी। इसी संदेश के साथ समाज को जागरूक करने के उद्देश्य से इस बार म्युनिसिपल कमिश्नर ने महा सफाई अभियान चलाने की मुहिम छेड़ी है। जनसुनवाई के दौरान शहर के निवासियों ने सोमवार को म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक से मुलाकात कर अपनी समस्याओं को उनके समक्ष रखा। जिस पर तत्काल कार्यवाही के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए। इसी क्रम में पूर्वांचल समाज के लोगों ने भी म्युनिसिपल कमिश्नर से छठ पर्व पर हिंडन की सफाई को लेकर वार्ता की।

महापर्व छठ की तैयारी के लिए विशेष व्यवस्था करने के लिए पत्र सौंपा। शहर में दीपावली व छठ महापर्व पर प्रकाश व्यवस्था बेहतर करने के लिए अपना विषय रखा। म्युनिसिपल कमिश्नर ने संबंधित विषय पर चल रही तैयारी के बारे में अवगत कराया। महापौर सुनीता दयाल एवं म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक के निर्देशानुसार दीपावली महापर्व से पूर्व तैयारी में जुटा हुआ है। सफाई व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था के साथ-साथ पार्को, मुख्य चौराहा की मरम्मत का कार्य भी प्रारंभ करने की तैयारी चल रही है। जहां नगर निगम शहर हित में आने वाले पर्वों की तैयारी में लगा हुआ है। वही छठ घाट की व्यवस्था के लिए भी पूर्वांचल समाज के लोगों ने अपने मांग पत्र निगम को सौंपा। हिंडन नदी पर विशेष सफाई अभियान चलाने के लिए नगर निगम व्यवस्था कर रहा है।

इसी क्रम में पूर्वांचल समाज के लोगों से भी हिंडन घाट पर छट पर्व के दौरान बेहतर सफाई व्यवस्था में सहयोग करने के लिए म्युनिसिपल कमिश्नर ने अपील की। उन्होंने कहा हिंडन छठ घाट पर सफाई के लिए नगर निगम द्वारा कार्यवाही की जा रही है। मगर इस महा सफाई अभियान में आपका भी सहयोग बहुत जरुरी है। शहर हित में कई सामाजिक संस्थाएं निगम के स्वच्छता अभियान में सहयोग कर रही है। मिल-जुलकर अगर सफाई अभियान चलाया जाएं तो हिंडन घाट की सफाई व्यवस्था के साथ-साथ घाट पर आने वाले श्रृद्धालुओं को भी एक स्वच्छ वातावरण का अनुभव होगा।