धर्मांतरण: हिंदू नाम बताकर युवती से दोस्ती कर करता था दुष्कर्म और ब्लैकमेल, पुलिस ने रेलवे स्टेशन से दबोचा

गाजियाबाद। हिंदू नाम दीपक बताकर युवती से दोस्ती करने के बाद ब्लैकमेल कर दुष्कर्म करने और जबरन धर्मांतरण कराने, मांस खिलाने वाले तथाकथित पत्रकार खालिद को विजयनगर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों के अनुसार,खालिद अंतरिम जमानत लेने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट गया था। वहां से जैसे ही वह रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरा, तभी पुलिस ने दबोच लिया। एसीपी कोतवाली निमिष पाटिल ने बताया कि युवती की तहरीर के आधार पर इसके खिलाफ धारा-376,313,323,506 व एससी-एसटी एक्ट और 3/5 (2) उत्तर प्रदेश विधि विरूद्व धर्म संपरिवर्तन अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें गठित की गई।

उन्होंने बताया कि विजयनगर थाना प्रभारी अनीता चौहान ने टीम के साथ सर्विलांस, मुखबिर की सूचना पर शनिवार रात को रेलवे स्टेशन विजयनगर के पास से खालिद पुत्र मोहम्मद जमील अहमद निवासी 33 मिर्जापुर विजयनगर को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में खालिद ने बताया ने घटना कबूल करते हुए पूर्व पत्रकार बताया। फेसबुक के जरिए युवती से संबंध बन गए थे। तथाकथित पत्रकार खालिद ने युवती को पत्रकार का रौब दिखाकर उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। युवती ने आरोप लगाया था कि वर्ष-2020 में दीपक नाम के युवक से उनकी फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। दीपक ने शादी का झांसा दे संबंध बनाए। हिंदू नाम से फेसबुक प्रोफाइल बना युवती से दोस्ती करने के बाद संबंध बनाने और बाद में वीडियो व फोटो वायरल करने की धमकी दे दुष्कर्म करने, धर्मांतरण कराने और मांस खिलाने के आरोप में 21 जुलाई को थाना विजयजनगर में रिपोर्ट दर्ज की गई थी।

युवती को इसी बीच पता चला कि दीपक का असली नाम खालिद चौधरी है और वह एक चैनल में पत्रकार है। पीडि़ता ने उससे दूरी बनाने की कोशिश की तो फोटो व वीडियो वायरल कर बदनाम करने की धमकी देकर दुष्कर्म किया। सितंबर 2022 में गर्भवती होने का पता चला तो खालिद ने उसे बुरी तरह पीटा। जिस कारण उसका गर्भपात हो गया। इसके बाद खालिद निजामुद्दीन (दिल्ली) की एक मस्जिद ले गया और धर्मांतरण कराकर आयत नाम रख दिया। आरोपित ने हिजाब पहनने और गोवंशी मास खाने के लिए भी मजबूर किया।

एसीपी कोतवाली निमिष पाटिल ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में खालिद ने सभी आरोपों से इन्कार किया है। उसका कहना था कि युवती और उसके बीच तीन साल से संबंध थे। धर्मांतरण के लिए कभी नहीं कहा। पीडि़ता के बयानों के सत्यापन के लिए मस्जिद से भी जानकारी मांगी है। खालिद का मोबाइल फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है। इसके डाटा की छानबीन कर आगे की कार्रवाई करेंगे। खालिद लंबे समय से गाजियाबाद में पत्रकारिता कर रहा था। रविवार को उसकी गिरफ्तारी की सूचना साझा करने के बाद पुलिस की मीडिया सेल की नींद खुली और सोशल मीडिया सेल के आधिकारिक वाट्सएप गु्रप से खालिद को हटाया गया।