अवैध विज्ञापन लगाकर शहर को गंदा करने वालों पर निगम ने कसा शिकंजा

-अवैध विज्ञापन हटाने के क्रम में रूफटॉप से भी हटाए गए बैनर, जारी किया गया नोटिस

गाजियाबाद। शहर में अवैध होर्डिंग्स, पोस्टर, फ्लेक्स या कॉमर्शियल विज्ञापन लिखवाकर सरकारी प्रॉपर्टी को गंदा करने वालों पर अब नगर निगम ने सख्ती दिखाना शुरु कर दिया है। नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ के नेतृत्व में नगर निगम विज्ञापन विभाग द्वारा शहर से अवैध विज्ञापन के बैनर, बोर्ड, किओस्क, हटाने की कार्यवाही लगातार चल रही है। इसी क्रम में प्राइवेट स्थानों पर लगे अवैध फ्लेक्स को हटाया गया।

विज्ञापन प्रभारी विवेक त्रिपाठी ने बताया कि नगर आयुक्त के निर्देशानुसार शहर से अवैध विज्ञापन को हटाने की कार्रवाई की जा रही हैं। जा रहा है। जिसमें अवैध रूप से पोल पर लगे छोटे बोर्ड तथा किसी प्राइवेट छत पर लगे हुए बैनर को भी हटाने की कार्यवाही चल रही है। किसी प्राइवेट छत पर स्ट्रक्चर बनाते हुए किसी अन्य कंपनी या संस्था का बैनर लगाकर विज्ञापन किया जाता है, वह अवैध है। जिसको नियम अनुसरण हटाने की कार्यवाही चल रही है। सोमवार को 40*40 के 3 रूप टॉप को हटाया गया।

ठाकुरद्वारा स्थित सौदागर कॉन्प्लेक्स पर अवैध रूप से विज्ञापन चलाया जा रहा था। जिस पर कार्यवाही की गई, इसी के साथ नवयुग मार्केट में भी घरों के ऊपर अवैध रूप से विज्ञापन की गतिविधि चल रही थी। जिसको नोटिस देते हुए हटाने की कार्यवाही की गई। नगर निगम द्वारा बिना परमिशन के लगे हुए अवैध विज्ञापन को हटाने की कार्रवाई तेज कर दी गई है। जिससे शहर की सुंदरता को बरकरार रखा जा सकें। सुदृढ़ता से अभियान लगातार जारी है, जिसमें व्यापारी वर्ग भी नगर निगम का सहयोग कर रहे है। उन्होंने कहा शहर की सरकारी प्रॉपर्टी को नुकसार पहुंचाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सरकारी प्रॉपर्टी को कॉमर्शियल विज्ञापन के लिए गंदा करने वाले व नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ एफआइआर की कार्रवाई भी की जाएगी।